बुलंदशहर। पुलिस ने 2 शातिर लुटेरों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अब्दुल और आशीष एक ज्वैलरी शॉप से लूट के मामले में वांछित थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने इनको पकड़ने के लिए 7 टीमें गठित की थी। जिसके चलते बुलंदशहर एसपी सिटी और खुर्जा पुलिस से मुठभेड़ के दौरान दोनों लुटेरे मारे गए। इन दोनों बदमाशों पर 50-50 हजार का इनाम भी घोषित है। हालांकि इस मुठभेड़ के दौरान एक सिपाही और सब इंस्पेक्टर भी घायल हुए है।
बुलंदशहर के धमेड़ा में विगत 3 नवंबर को सर्राफा व्यापारी अरविंद की दुकान पर दिन दहाड़े आशीष और अब्दुल ने गन पाइंट पर 11 लाख की लूट की थी। व्यापारी अरविंद के विरोध करने पर उसकी कमर में बदमाशों ने गोली मार दी। यह पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। जिसके आधार पर पुलिस इन दोनों की तलाश कर रही थी।
सोमवार की रात्रि में मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि सर्राफ के यहां लूट करके गोली मारने वाले बदमाश शहर में खुलेआम घूम रहें है। पुलिस ने एक्टिव होते हुए हर में सघन चैकिंग अभियान चला दिया।
पुलिस की चैकिंग के दौरान वांछित आशीष की नगर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस से मुठभेड़ हो गई, वही दूसरी मुठभेड़ अब्दुल के साथ कोतवाली देहात के पहासू में पुलिस से हुई। दोनों बदमाशों ने अपने को घिरता देखा तो उन्होंने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी, आत्मरक्षार्थ पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें दोनों लुटेरे पुलिस की गोली का शिकार हो गए। दोनों बदमाशों को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
बुलंदशहर एसएसपी श्लोक कुमार ने मीडिया को बताया कि यह दोनों मुठभेड़ कोतवाली नगर पुलिस और पहासू पुलिस द्वारा अलग-अलग स्थानों पर हुई है। मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों की शिनाख्त अब्दुल निवासी गांव भटवारा और आशीष निवासी गांव एमनपुर के रूप में हुई है। यह दोनों बदमाश बुलंदशहर पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे और इन पर 50-50 इनाम भी रखा गया था।
पुलिस मुठभेड़ में घायल दोनों पुलिसकर्मियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर है। पुलिस ने दोनो बदमाशों से सोना-चांदी और तमंचा बरामद किया है।