अलीगढ़ के दो गांव आंसूओं में डूबे हुए है, क्योंकि यहां पर जहरीली शराब पीने से गांव के एक दर्जन से अधिक लोगोंं की मौत हो गई। जबकि बड़ी संख्या में शराब का सेवन करने वाले ग्रामीणों की हालत बिगड़ने के चलते इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शराब पीने से मौत की सूचना पर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आलाधिकारी गांव का रूख करते हुए जांच में जुट गये है। अलीगढ़ डीएम और पुलिस रेंज के डीआईजी खुद गांव में पहुंच कर जांच में जुट गयेे है। अलीगढ रेज के डीआईजी ने 8 लोगोंं के मौत की पुष्टि की है, जबकि डीएम दो मुताबिक कुछ लोगोंं की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, रिपोर्ट आने के बाद सही मौत का आंकड़ा सामने आयेेगा।
अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र स्थित दो गांव परसुआ और हंडला में एक ही ठेकेदार को दो शराब के ठेके आवंटित है। परसुआ गैंस प्लांट के निकट एक देसी शराब का ठेका है, जहां से अक्सर ट्रक चालक, लेबर और ग्रामीण शराब खरीद कर पीते है। लगभग दो तीन दिन के अंदर दोनों गांव में स्थित देसी शराब के ठेकों से काफी लोगों ने शराब खरीदी और पी।
ग्रामीणों का आरोप है कि शराब जहरीली थी, जिसके चलते परसुआ गांव के कई घरों का चिराग जहरीली शराब पीने से बुझ गया। परसुआ के निकटतम गांव में हंडला में भी जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों की मौत का मामला सामने आ रहा है।
परसुआ गांव प्रधान ने गांव में जहरीली शराब पीने से 19 लोगों की मौत बताई है, जबकि अलीगढ़ के जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने इसका खंडन करते हुए कहा है कि लोधा क्षेत्र में शराब पीने से गांव में 7 लोगों की मौत हुई है। मामले की जांच की जा रही है, जिन गांवों में मौत की बात कही जा रही है, वहां मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी गई है, जांच में जो भी निकल कर आएगा उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम के मुताबिक दोनों गांव में शराब के ठेके एक ही व्यक्ति के थे, दोनों ठेको और शराब गोदाम को सील कर दिया गय है। शराब के सैंपल जांच के लिए भेज दिये गये है, फिलहाल प्रथमदृष्टया जहरीली शराब मानकर कार्रवाई की जा रही है।
अलीगढ़ के इन गांवों में आलाधिकारी सुबह ही पहुंच गये थे, वही रेंज के डीआईजी दीपक कुमार ने बताया कि लोधा क्षेत्र में अपमिश्रित शराब से 8 लोगों की मौत हो गई है। आज सुबह पुलिस को ग्रामीणों ने सूचना दी गई थी कि गांव में जो प्लांट है वहां दो डेड बॉडी है। जिनकी शराब पीने से मौत हुई है। गांव में बातचीत के बाद पता चला है की अब तक 8 लोगों की मौत शराब पीने से हो चुकी है।
गांव में जहरीली शराब पीने से मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है, परसुआ गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि मौत 8 नही है बल्कि अधिक है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार खुद ही शराब बिकवाती है, जिसके चलते लोग अपनी जिंदगी खो देते है। शराब पीकर हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती ग्रामीणों का कहना है कि वह रोज शराब खरीद कर पीते थे, लेकिन कल जो शराब पी, उससे पेट में दर्द और उल्टी लग गई, हालत बिगड़ गई है अब अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी अस्पताल में पहुंच कर ग्रामीणों के बयान दर्ज कर रहे है।
अलीगढ़ में जहरीली शराब का यह कोई पहला मामला नही है। अप्रैल 2021 में कुल देवता को शराब चढ़ाकर प्रसाद स्वरूप वितरित की गई थी, जिसे पीने से 6 लोगों की मौत हुई थी। इस जहरीली शराब के लिए भी जांच कमेटी गठित की गई, शराब जहरीली पायी, लेकिन इस घटना को एक माह ही हुआ है और फिर से गांव में जानलेवा शराब बिकने लगी, जिसे पीकर लोग सदा के लिए गहरी नींद सो गए है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि जहर रूपी शराब के सौदागर पुलिस की चाबुक से कैसे बच जाते है।