मिर्जापुर की सांसद और केन्द्रीय राज्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए एक ऐसा बयान दे दिया, जो आज चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने कहा कि वे आधी आबादी को न्याय दिलाने की पक्षधर है। इसलिए जिन महिलाओं को आए दिन पुरुषों से यह सुनने को मिलता है कि तुम्हें रोटी बनाने के सिवा आता क्या है? ऐसे पुरुषों को जबाव देते हुए कह देना कि आज से ये मोर्चा आप संभालें।
शनिवार को मिर्जापुर जनपद के कैतहल यूनिटेक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज में अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महिला अधिवेशन का 2 दिवसीय कार्यक्रम चल रहा है। कार्यक्रम के पहले दिन केन्द्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल महिलाओं को उनकी शक्ति का अहसास कराने के लिए पहुंची। मंच से बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पुरुषों को गरम-गरम रोटियां खाने का बहुत शौक होता है। जो पुरुष महिलाओं के हाथों से बनी गरम रोटी खाते है, वही पुरुष आवेश में महिलाओं से यह कह देते है हैं कि तुम्हें रोटी बनाने के सिवा आता क्या है।
अनुप्रिया ने महिलाओं से कहा कि जब अगली बार कोई पुरुष आपसे कहे रोटी बनाने के सिवा आता ही क्या है, तो इतना कह देना कि आज से ये मोर्चा आप संभालेंगे, तभी आधी आबादी के साथ न्याय होगा। कार्यक्रम में बैठे जो पुरुष महिला न्याय के पक्षधर है, पुरुषों को चकला-बेलन संभालने प्रस्ताव का समर्थन करें। उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह बात सभी पुरुषों पर लागू नहीं होती है, बल्कि उन्हीं पुरुषों के लिए है जो स्त्री की अहमियत को नहीं समझते है।