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छोटी बहू ने बढ़ाई सपा की मुसीबत, अपर्णा ने कहा- मुलायम का आशीर्वाद लेकर ही भाजपा में आई हूं...

हमें फॉलो करें छोटी बहू ने बढ़ाई सपा की मुसीबत, अपर्णा ने कहा- मुलायम का आशीर्वाद लेकर ही भाजपा में आई हूं...
, बुधवार, 19 जनवरी 2022 (13:13 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को भाजपा में लाकर भगवा पार्टी ने नहले पर दहला मार दिया है। पिछले दिनों सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी में शामिल कर भाजपा को झटका दिया था, वहीं अब भाजपा ने यादव परिवार में ही सेंध लगा दी है। 
 
भाजपा में शामिल होन के बाद अपर्णा यादव ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि वे ससुरजी मुलायम सिंह का आशीर्वाद लेकर आई हैं। यादव ने इस अवसर पर कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी नीतियों से हमेशा से प्रभावित रही हैं और अब वह भाजपा की सदस्यता लेकर राष्ट्र की आराधना करने निकल पड़ी हैं।
 
उन्होंने कहा कि मेरे चिंतन में हमेशा राष्ट्र सबसे पहले है। राष्ट्र धर्म मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। मैं बस, यही बोलना चाहती हूं कि अब मैं राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं। उन्होंने कहा कि वह अपनी क्षमता के अनुरूप जो भी कर सकती हैं, भाजपा के लिए करेंगी। 
 
अखिलेश परिवार में ही असफल : इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने केशव प्रसाद मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि अखिलेश यादव अपने परिवार में ही सफल नहीं हैं। वे प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी असफल रहे हैं। सांसद के रूप में भी असफल हैं।
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अखिलेश यादव के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों के मद्देनजर मौर्य ने उन पर चुटकी लेते कहा कि वह सुरक्षित ठिकाना तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर से तथा उनके सिराथू से लड़ने की भी घोषणा की जा चुकी है, लेकिन अभी तक अखिलेश अपनी सीट का फैसला नहीं कर सके हैं। ऐसी चर्चा है कि अखिलेश आजमगढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं।
सपा शासन में होती थी गुंडागर्दी : स्वतंत्र देव सिंह ने भी भाजपा परिवार में अपर्णा यादव का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से पार्टी का कद और सम्मान बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सपा के शासन में गुंडागर्दी को इतना महत्व दिया जाता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं रहता और शाम होते ही लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर देते हैं।
 
उन्होंने कहा कि यदि पुलिस किसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लेती थी तो मियां जान का फोन आ जाता था। यानी सपा के शासन में अखिलेश यादव की नहीं चलती थी, केवल आजम खान की चलती थी। तब आतंक का माहौल था।
 
2017 में सपा‍ के टिकट पर चुनाव हारीं : उल्लेखनीय है कि अपर्णा यादव 2017 के विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि उन्हें भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं।

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