बागपत। उत्तरप्रदेश सूबे के मुखिया आदित्य योगीनाथ ने अपराधियों को अपराध छोड़कर सुधर जाने की नसीहत दी थी। लेकिन अपराधियों के दिल से पुलिस का खौफ निकल चुका है। भले ही पुलिस बदमाशों के एन्काउंटर करके अपनी पीठ थपथपा लें, उसके बावजूद इसके अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बदमाशों के निशाने पर अब सत्तारूढ़ पार्टी के नेता हैं।
ताजा मामला बागपत का है, जहां आज मंगलवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की बदमाशों ने 4 गोलियां मारकर हत्या कर दी। संजय खोखर बागपत जिले के दबंग नेता थे और साथ ही बड़े नेताओं के करीबी भी। उनकी हत्या से इलाके में सनसनी मच गई।
भाजपा नेता संजय पर गोलियां चलने की सूचना मिलते ही एसपी बागपत पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। जब तक घटनास्थल पर पुलिस पहुंची, संजय के प्राण-पखेरू उड़ चुके थे। खेतों में खून से लथपथ शव का पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। वहीं घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड भी मौके पर हमलावरों के निशान तलाश कर रही है। एसपी बागपत ने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष हत्याकांड के खुलासे के लिए टीम गठित कर दी है और प्रथम दृष्ट्या रंजिश के चलते हत्या किए जाने की बात कही है।
घटना छपरौली थाना इलाके के छपरौली गांव की है। सबसे बड़ी बात यह है कि छपरौली थाना क्षेत्र में सवा महीने के अंदर ये तीसरी बड़ी वारदात है। इससे पहले हिस्ट्रीशीटर परमवीर तुगाना, उसके बाद रालोद नेता देशपाल खोखर और अब भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की हत्या कर दी गई। इन हत्याओं के बाद यही कहा जा सकता है कि बदमाश पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की इस हत्या से बागपत में हड़कंप मच गया है, क्योंकि योगीराज में ही जब उनके नेता ही सुरक्षित नही हैं, तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेगी? छपरौली थाना इलाके में हुई इन 3 हत्याओं के बाद ये प्रश्न स्वाभाविक हैं कि आखिर बदमाशों का अब अगला टारगेट कौन होगा?