कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात की मैथा तहसील में सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान बनाने का आरोप लगाते हुए परिवार के मकान पर बुलडोजर चला दिया। इससे नाराज होकर परिवार ने कड़ाके की ठंड में जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर ही अपना आशियाना बना लिया। इससे प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
वहीं पूरे मामले को लेकर एसडीएम ने कहा कि सरकारी जमीन पर जबरन परिवार ने मकान बना रखा था। जिसके चलते कार्यवाही की गई है।
बुलडोजर से गिराया घर - कानपुर देहात के मैथा तहसील के मड़ौली गांव में रहने वाले शिवम दीक्षित ने कहा कि लेखपाल पुलिस के साथ आए और जबरन बुलडोजर से उनके मकान को गिरा दिया है। जबकि मेरा परिवार कई वर्षों से यहां पर रहा था।
जब मैंने मकान गिराने का विरोध किया तो सरकारी जमीन पर मकान बने होने की बात कही और जबरन मेरे मकान को गिरा दिया गया। मेरे और मेरे परिवार के पास अब रहने के लिए कहीं जगह नहीं है इसलिए हम सभी लोग जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर ही रहेंगे।
ना कोई नोटिस ना कोई सूचना गिरा दिया मकान - तहसील प्रशासन पर आरोप लगाते हुए प्रमिला दीक्षित ने बताया कि लेखपाल ने बिना नोटिस के पूरा घर गिरा दिया और जब हम लोगों ने सवाल किया तो गंदी-गंदी गालियां बकने लगे। उन्होंने कहा कि उस जगह पर अकेले सिर्फ उन्हीं का ही मकान नहीं बना है बहुत सारे मकान बने हैं। लेकिन द्वेष भावना के चलते व रुपए लेकर सिर्फ और सिर्फ उन्हीं के मकान को गिराया गया है। जब तक उन्हें मकान नहीं मिलेगा तब तक मैं यहीं पर मेरे परिवार के सहित रहूंगी।
क्या बोले SDM - SDM मैथा ज्ञानेश्वर चन्द्रभान पांडेय ने बताया कि परिवार मड़ौली गांव का रहने वाला है। परिवार ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था। राजस्व टीम व पुलिस टीम मौके पर गई और अस्थाई निर्माण हटाया गया है। स्थाई निर्माण नहीं गिराया गया है। नियमानुसार कार्यवाही की गई है। अन्य सभी आरोप निराधार हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta