लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न विभागों में निर्माण कार्यों के लिए कार्यदायी संस्थाओं की क्षमता तथा कार्य सम्पादन के आधार पर रैंकिंग करके उसके आधार पर ही उन्हें काम देने के आदेश दिए हैं।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री ने शनिवार रात अपने सरकारी आवास पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आजमगढ़ मण्डल के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि सभी कार्यों की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप और समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। विभिन्न विभागों में निर्माण कार्यों के लिए कार्यदायी संस्थाओं की क्षमता तथा कार्य सम्पादन के आधार पर रैंकिंग की जाए। रैंकिंग के अनुरूप ही उन्हें कार्य दिए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धन के अभाव में परियोजनाएं लम्बित नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर जिले में हर परियोजना के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। परियोजनाओं की साप्ताहिक/पाक्षिक समीक्षा की जाए, जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समय-सीमा में पूरा कराया जा सके।
योगी ने क्षेत्रीय सांसद और विधायकों से बातचीत की तथा विकास योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर समन्वय व संवाद बनाते हुए जनसमस्याओं का समाधान किया जाए। जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर समयबद्ध ढंग से निर्णय लेते हुए कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल योजना के पहले चरण में बुन्देलखण्ड, दूसरे चरण में विन्ध्य क्षेत्र तथा तीसरे चरण में आर्सेनिक/फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में लागू की जा रही है। जनप्रतिनिधिगण इस योजना के तहत जलापूर्ति व्यवस्था के सम्बन्ध में अपने प्रस्ताव उपलब्ध कराएं।
उन्होंने मंडल के हर जिले में एल-2 कोविड अस्पताल आवश्यकतानुसार स्थापित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि संक्रमण से बचाव और इलाज के लिए पूरी श्रम शक्ति लगायी जाए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आजमगढ़ के मण्डलायुक्त और आजमगढ़, बलिया तथा मऊ के जिलाधिकारियों से विकास योजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। (भाषा)