लखनऊ। लखनऊ में एक बेटी अपनी मां की लाश के साथ 10 दिन मकान में बैठी रही और किसी को सूचना तक नहीं दी। मोहल्ले वासियों को जब घर से बदबू आई तब पता चला कि बुजुर्ग महिला की मौत हो गई है और बेटी घर में ही है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और उसकी 30 साल की बेटी को करीबी रिश्तेदारों के पास भेज दिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इंदिरा नगर थाना इलाके के मयूर रेजीडेंसी बंगला नंबर-26 में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से रिटायर्ड इंजीनियर सुनीता दीक्षित अपनी इकलौती 26 साल की बेटी अंकिता के साथ रहती थीं। वे कैंसर पीड़िता थीं और 10 साल पहले ही पति रजनीश दीक्षित से उनका तलाक हो गया था।
सुनीता और उनकी बेटी का मोहल्ले वालों को 10 दिन से कोई हलचल नहीं नजर आ रही थी। इसी बीच मकान से बदबू आने लगी तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। घर के अंदर पहुंची पुलिस ने देखा कि एक कमरे में बेटी अंकिता मौजूद थी जबकि दूसरे कमरे में उसकी मां सुनीता बंद थी। पुलिस ने कमरे की चाबी मांगी तो बेटी ने नहीं दी।