आगरा। उत्तरप्रदेश के आगरा में चामुंडा माता मंदिर इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। डीआरएम ने स्पष्ट कहा है कि यदि चामुंडा देवी मंदिर का अतिक्रमण नहीं हटाया जाता, तो स्टेशन को यात्री प्रयोग के लिए बंद किया जा सकता है। वहीं लोगों का कहना है कि इस मंदिर को किसी भी हाल में नहीं हटाया जाएगा।
राजामंडी रेलवे स्टेशन पर रोज 23 ट्रेनों का ठहराव होता है। इसमें 12 ट्रेन दिल्ली की ओर से आती हैं, जबकि 11 ट्रेनें की दिल्ली की तरफ जाती हैं।
डीआरएम आगरा ने ट्वीट कर कहा कि रेल अधिकारियों के मुताबिक, राजा मंडी स्टेशन के कुछ हिस्से पर चामुंडा देवी का मंदिर स्थित है, जिसका क्षेत्रफल करीब 1716 वर्ग मीटर है और 600 वर्ग मीटर में मंदिर का भवन निर्मित है। इसका 72 वर्ग मीटर का क्षेत्र प्लेटफार्म नंबर 1 पर आता है, जो रेलवे के शेड्यूल ऑफ डायमेंशन का उल्लंघन है और सुरक्षा की दृष्टि से गलत है।
मंदिर की वजह से रेलवे लाइन को वक्राकार किया गया है। परिणामस्वरूप कोई भी ट्रेन यहां से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक गति से नहीं गुजर पाती। इतना ही नहीं, हाई स्पीड ट्रेनों को भी यहां से निकलने में देरी होती है। जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और उनका समय बर्बाद होता है। इसलिए मंदिर को कहीं और शिफ्ट किया जाना बेहद जरूरी है। अगर इस काम में रुकावट आती है तो स्टेशन बंद करना पड़ सकता है।
रेलवे ने मंदिर को स्थानांतरित करने के लिए मंदिर प्रशासन को एक नोटिस भी दिया है। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए राजामंडी स्टेशन का विस्तार होना है। तकनीकी रूप से जरूरी इस विस्तार में अतिक्रमण बाधा है। हालांकि डीआरएम के इस रुख को लेकर भक्तों में नाराजगी है। इनका कहना है कि मंदिर हटाने को लेकर बेवजह के बहाने बनाए जा रहे हैं।