फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बच्चों को बंधक बनाकर पुलिस पर फायरिंग कर रहे सिरफिरे से निपटने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के कमांडों की टीम रवाना कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से लौटने के तुरंत बाद डीजीपी ओपी सिंह समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तलब किया है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं और किसी भी कीमत में बच्चों को सकुशल बाहर निकाला जाए और आरोपी को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
एक बच्चे को बाहर निकाला : आरोपी सुभाष ने बंधक बच्चों में से एक बच्चे को दरवाजे से बाहर निकाला। बच्चे को बाहर निकालते ही उसने फिर से दरवाजा बंद कर लिया। बच्चा पुलिस के कब्जे में है। कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी ने अपने दोस्तों से बातचीत की। उसने जिलाधिकारी से भी बातचीत की। अभी सुभाष के कब्जे में 19 बच्चे हैं। देर रात तक बच्चों को आजाद करवाने की कोशिशें जारी हैं।
आरोपी सुभाष बाथम ने मांग पत्र भेजा : बच्चों को बंधक बनाकर रखे हुए आरोपी सुभाष बाथम ने देर रात प्रशासन को एक मांग पत्र भेजा है। उसने इस पत्र में लिखा कि मुझे आवास योजना और शौचालय योजना का लाभ नहीं मिला। प्रधान से कई बार कहा लेकिन उसे योजना का लाभ नहीं दिया गया। सेक्रेटरी और उच्च अधिकारियों से शिकायत की तो कार्रवाई नहीं की गई।
पी.वी रामाशास्त्री एडीजी कानून एवं व्यवस्था ने बताया है कि हत्या के एक मामले में बच्चों को बंधक बनाने वाले व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी थी लेकिन वह जमानत पर बाहर था। उसने बच्चों को जन्मदिन की पार्टी के बहाने बुलाया था और उन्हें बंधक बना लिया था।
ग्रामीणों पर गोलियां चलाने की जानकारी होने पर मौके पर डीएम, एसएसपी और पुलिस बल पहुंचकर बच्चों को सकुशल बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं बचाव अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि करीब 20 बच्चे अंदर हैं।
रामाशास्त्री ने बताया कि आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम मौके पर पहुंचने वाली है और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की मांग की गई है। इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में गुरुवार को एक सनसनीखेज घटनाक्रम में मोहम्मदाबाद के गांव करथिया के सुभाष बाथम ने गुरुवार अपराह्न 3.30 बजे गांव के बच्चों को अपने 1 वर्षीय बेटी का जन्मदिन का बहाना बता लगभग 20 बच्चों को घर ले आया।
काफी देर तक जब बच्चे घर नहीं पहुंचे तो बच्चों के घर वालों ने सुभाष के पास जा बच्चों को बुलाया तो सुभाष ने अंदर से दरवाजा बंद कर बच्चों को बाहर ही नहीं निकलने दिया।
इसकी जानकारी जब पुलिस को ही तो मौके पर पहुंची पुलिस ने भी बच्चों को बाहर निकालने का प्रयास किया तो सुभाष ने पुलिस पर हथगोला फेंक दिया जिससे कोतवाल समेत तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए।