लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार आतंकवादी मोहम्मद नदीम यूं तो 10वीं पास है, लेकिन वह काफी हाईटैक है। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा यह आतंकी ऐप के जरिए अपने आकाओं से संपर्क करता था। नदीम को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को मारने का टास्क मिला था। दूसरी ओर, यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि साजिश रचने वाले बचेंगे नहीं।
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार के मुताबिक नदीम ने फर्जी सोशल मीडिया एकाउंट बनाए थे तथा यह पाकिस्तानी आतंकवादी के संपर्क में था। उसने आईईडी बनाने की ट्रेनिंग भी ली थी साथ ही उसे फिदायीन हमले की ट्रेनिंग का जिम्मा दिया गया था। यूपी और उत्तराखंड में आतंकवादियों की भर्ती के लिए भी उसे जिम्मेदारी दी गई थी।
पहले तहरीक ए तालिबान से संबंध होने का दावा : कुमार ने शुक्रवार को दिए एक बयान में कहा था कि सहारनपुर जिले में गंगोह थाना क्षेत्र के कुंडा कला गांव के मोहम्मद नदीम (25) को एटीएस ने गिरफ्तार किया है। पहले तहरीक-ए-तालिबान से भी नदीम के जुड़े होने का दावा किया था, लेकिन बाद में उसने इस अंश को हटा दिया।
नए बयान में दावा किया गया कि नदीम ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने नुपूर शर्मा की हत्या करने का जिम्मा दिया था। भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा हजरत पैगंबर पर कथित विवादित टिप्पणी के बाद सुर्खियों में आई थीं। नदीम के पास से पुलिस ने एक मोबाइल, दो सिम और विभिन्न प्रकार का बम बनाने का प्रशिक्षण साहित्य बरामद किया है। उसके खिलाफ लखनऊ के एटीएस थाने में विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम समेत सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
आतंकियों से चैट : नदीम के पास से बरामद मोबाइल फोन के प्राथमिक अवलोकन में पुलिस को पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आतंकियों से चैट और वॉइस मैसेज भी मिले। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में नदीम ने स्वीकार किया कि वह 2018 से जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के सीधे संपर्क में था। उसने यह भी स्वीकार किया कि उसे जैश आतंकी विशेष प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान बुला रहे थे जिस पर वह वीजा लेकर पाकिस्तान और सीरिया जाने की योजना बना रहा था।