संभल (यूपी)। संभल (Sambhal) में 46 साल में पहली बार ऐतिहासिक कार्तिकेय महादेव मंदिर (Kartikeya Mahadev temple) में फूलों और गुलाल (flowers and gulal) के साथ होली मनाई गई। इस अवसर पर सामाजिक और हिंदू संगठनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जबकि शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के जिला अध्यक्ष आनंद अग्रवाल ने इस अवसर पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि 46 साल बाद हमें कार्तिकेय महादेव मंदिर में होली खेलने का सौभाग्य मिला है। विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग यहां एकत्रित हुए हैं और फूलों और रंगों के साथ होली मना रहे हैं। माहौल भक्ति से भरा हुआ है। प्रतिभागियों ने होली के बारे में अपनी खुशी साझा की।
ALSO READ: चंद्र ग्रहण के दौरान होली का रंग खेला जा सकता है या नहीं...
प्रियांशु जैन ने कहा कि खग्गू सराय में
कार्तिकेय महादेव मंदिर में होली खेलना अद्भुत अनुभव है। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में बहुत अच्छा काम किया है और हर कोई उत्सव की भावना में डूबा हुआ है। शशांक शर्मा ने भी इस भावना को दोहराते हुए इसे एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने कहा कि 46 वर्षों के बाद हम आखिरकार इस मंदिर में होली मना रहे हैं। यह त्योहार प्रेम और आनंद का प्रतीक है और कार्तिकेय महादेव का आशीर्वाद सभी पर बना रहे।
ALSO READ: क्यों नए घर में नहीं मनाना चाहिए होली, क्या अमंगल की रहती है आशंका
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने आश्वासन दिया कि सुचारू रूप से त्योहार मनाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि खग्गू सराय में कार्तिकेय महादेव मंदिर में होली शांतिपूर्ण तरीके से मनाई जा रही है। पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है और किसी को भी चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। लोग सुरक्षित माहौल में त्योहार का आनंद ले रहे हैं।
ALSO READ: होली की राख से करें नजर दोष, जादू-टोना और तंत्र-मंत्र को बेअसर, जानिए उपाय की विधि
लगभग 5 दशकों के बाद आयोजित यह उत्सव मंदिर और उसके भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिन्होंने रमजान के महीने के बीच उत्साह और भक्ति के साथ त्योहार को मनाया। पिछले साल 24 नवंबर को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से संभल में तनाव है। हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी। शहर के कोट गर्वी इलाके में शाही जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण के दौरान स्थानीय लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा भड़क उठी थी।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)
Edited by: Ravindra Gupta