आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में गणतंत्र दिवस की सुबह कुछ परिवारों के लिए दर्दनाक बन गई। यहां एक धर्मशाला के बेसमेंट की खुदाई के दौरान बड़ा हादसा हो गया, धर्मशाला के आसपास बने करीब 6 मकान और एक मंदिर गिर गया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन और फायर सर्विस के अधिकारी मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू कार्य में जुट गए हैं। लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलवे में दबे 3 लोगों को बाहर निकाला गया है। वही पीड़ित परिवार ने पुलिस-प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
हादसा थाना कोतवाली क्षेत्र के है, यहां पर विशम्भरनाथ धर्मशाला के बेसमेंट में खुदाई का काम चल रहा था। यह धर्मशाला काफी पुरानी है और इसके बेसमेंट में काम चल रहा था। गुरुवार की सुबह 7.30 बजे के आसपास धर्मशाला के पिछलज हिस्से से सटे 6 मकान और एक मंदिर भरभराकर ढह गए।
घटना के समय एक घर में 3 लोग मौजूद थे, जिन्हें सरकारी मशीनरी के द्वारा चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए बाहर निकाला गया और एस एन अस्पताल पहुंचाया गया है। इस दौरान एक बच्ची की मौत हो गई। घटना से आहत लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।
हादसे के निकट रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि धर्मशाला में बिना अनुमति के खुदाई हो रही थी जिसके चलते यह हादसा हुआ। वही पुलिस- प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की जांच बैठा दिया है, धर्मशाला के पदाधिकारियों की जांच और हादसे के कारण सामने आनज के बाद दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
प्रश्न उठता है कि हादसा होने के बाद जांच और कार्रवाई की बात हमेशा होती है, जब बिना अनुमति या नियमों को ताक पर रखकर निर्माण हो रहा होता है, उस समय संबंधित विभाग आंख मूंद कर क्यों बैठ जाते हैं? 2 दिन पहले लखनऊ में अलाया अपार्टमेंट गिरने के बाद भी सरकारी विभागों ने सबक नहीं लिया।