श्रीकांत त्यागी को कैसे मिले गनर? बढ़ सकती हैं इन अधिकारियों की मुश्किलें
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी द्वारा महिला से की गई अभद्रता को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। श्रीकांत त्यागी को गनर कैसे मिले? इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग से श्रीकांत त्यागी को गनर उपलब्ध कराने वाले अधिकारियों के बारे में रिपोर्ट भी तलब की है। माना जा रहा है कि जल्द ही श्रीकांत को गनर दिलाने में मददगार रहे अधिकारियों की जल्द मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
2013 में पहली बार मिला था गनर - श्रीकांत त्यागी को 2013 में पहली बार सपा शासनकाल में गनर हासिल हुआ था। वर्ष 2014 में भी उसे गनर मिला था, लेकिन कुछ माह बाद गनर वापस हो गए थे।
सूत्रों का कहना है कि अक्टूबर 2018 में श्रीकांत ने पहले गाजियाबाद से एक गनर हासिल किया था और उसी दिन उसे शासन से 2 गनर भी हासिल हुए थे। अगस्त, 2019 में श्रीकांत को एक और गनर मिला था। इस के अलावा उसकी पत्नी को भी वर्ष 2019 में 3 गनर मिले थे।
क्या बोले अधिकारी - वही पूरे मामले को लेकर सरकार की हो रही किरकिरी को देखते हुए जहां आनन-फानन में आरोपी श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों के साथ साथ STF भी लगा दी गई है तो वही गनर मामले को लेकर एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि फरवरी, 2020 से श्रीकांत त्यागी और उसकी पत्नी को कोई गनर प्राप्त नहीं है।