कानपुर देहात। कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत पुलिस कस्टडी में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यापारी बलवंत की मौत के बाद सुबह से हंगामा कर रहे परिजनों की तहरीर के आधार पर कोतवाल शिवली, थानाध्यक्ष रनिया, एसओजी प्रभारी व जिला अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर समेत 7 लोगों पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए कानपुर नगर भेज दिया है।
पीट-पीटकर उतार दिया मौत के घाट : पुलिस कस्टडी में व्यापारी बलवंत की मौत के बाद बलवंत के चाचा अंगद सिंह ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि उनके बड़े चचेरे भाई चंद्रभान सिंह के साथ 6 दिसंबर को लूट की घटना हो गई थी। जिसका फर्जी खुलासा करने के लिए पुलिस ने 12 दिसंबर को भतीजे बलवंत सिंह को रनिया के पास से जबर्दस्ती करते हुए शिवली थाना अध्यक्ष व एसओजी टीम ने जबर्दस्ती अपनी गाड़ी में बिठा लिया।
जब बलवंत के साथ मौजूद गुड्डू ने रोकने का प्रयास किया तो इन सभी ने धक्का-मुक्की कर उसको वहां से भगा दिया। घबराकर गुड्डू ने पूरे घटना की जानकारी बलवंत के परिजनों को दी तो हम सभी गुड्डू की सूचना पर थाना रनिया बलवंत को लेने के लिए पहुंचे, जहां पर मौजूद एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, महेश गुप्ता, चौकी इंचार्ज ज्ञानप्रकाश पांडेय, थानाध्यक्ष शिवली राजेश कुमार सिंह, रनियां थानाध्यक्ष शिवप्रकाश सिंह आदि लोग बुरी तरह से बलवंत के साथ मारपीट कर रहे थे।
जब हम लोगों ने मारपीट करने से इन सभी को रोका तो यह सभी गाली-गलौज करने लगे और हमें सभी को वहां से भगा दिया और फिर बलवंत की पीट-पीटकर हत्या कर दी। वहीं जब घटना की जानकारी हुई तो हम सभी जिला अस्पताल पहुंचे और वहां पर मौजूद जिला अस्पताल अकबरपुर के डयूटी डॉक्टर हमें गुमराह करते रहे और गलत जानकारी दी। पूरे घटनाक्रम में ड्यूटी डॉक्टर की भी भूमिका संदिग्ध रही है।
हत्या की धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा : कानपुर देहात में पुलिस कस्टडी में व्यापारी बलवंत की मौत के बाद बलवंत के चाचा की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आईपीसी 147, 302, 504 व 506 के तहत थाना अध्यक्ष शिवली राजेश कुमार सिंह, थाना अध्यक्ष रनिया शिव प्रकाश सिंह, चौकी प्रभारी मैथा ज्ञानप्रकाश पांडेय, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, एसओजी टीम के महेश गुप्ता व एसओजी टीम के एक अज्ञात सदस्य के सहित जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।