कानपुर। कानपुर में एक दंपति ने एक बेटी को सहारा देने के लिए उसे गोद ले लिया और अपने बेटे के बराबर उस बेटी को प्यार दिया और पढ़ाया-लिखाया। लेकिन गोद ली हुई बेटी ने संपत्ति के लालच में अपने ही माता-पिता को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने जब घटना का खुलासा किया तो जिसने भी सुना, वह दंग रह गया और सिर्फ यही कहते हुए नजर आया कि इंसान अब भरोसा करे तो किस पर करे?
ज्यूस में मिलाया था नशीला पदार्थ : कानपुर के बर्रा 2 में रहने वाले फील्ड गन फैक्टरी से सेवानिवृत्त 65 वर्षीय मुन्नालाल उत्तम करीब 25 वर्ष से पत्नी राजदेवी, बेटे विपिन और गोद ली हुई बेटी आकांक्षा के साथ रहते थे। मुन्नालाल के कोई बेटी नहीं थी इसीलिए उन्होंने अपने भाई रामप्रकाश की बेटी आकांक्षा को गोद ले लिया था।
रोज की तरह सोमवार की देर रात पूरा परिवार एकसाथ बैठा हुआ था और बातचीत कर रहा था। इसी दौरान आकांक्षा पूरे परिवार के लिए अनार का ज्यूस बनाकर लाई और उसने सभी को पिलाया। लेकिन उसके भाई विपिन ने थोड़ा-सा ज्यूस पीने के बाद उसे छोड़ दिया और अपने कमरे में सोने के लिए चला गया।
मंगलवार की भोर अचानक आकांक्षा रोती हुई भाई विपिन के कमरे में पहुंची और उसने चिल्ला-चिल्लाकर कहना शुरू किया कि भैया, मम्मी-पापा को किसी ने मार दिया है। यह सुन व घबराकर विपिन नीचे आया और उसने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की तो पहले हत्या का पूरा शक भाई विपिन के सालों की तरफ जा रहा था जिसके चलते विपिन ने पारिवारिक विवाद में अपने सालों सुरेन्द्र और मयंक उत्तम को ही नामजद भी करा दिया।
पुलिस को बेटी पर हो गया था शक : पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही थी, पुलिस को विपिन की बातों पर विश्वास तो हो रहा था लेकिन कहीं-न-कहीं उसकी बहन आकांक्षा की बातों में बहुत-सी बातें छुपी हुई नजर आ रही थीं। इसके चलते पुलिस ने आकांक्षा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पहले आकांक्षा पुलिस को गुमराह करती रही लेकिन आखिरकार वह टूट गई और उसने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बता दिया।
आकांक्षा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि घर में जब भी संपत्ति की बात चलती थी तो पिता मेरी शादी करने की बात कहते थे और सारी संपत्ति भाई को देने की बात करते रहते थे जिसके चलते वह नाराज चल रही थी और वह पिछले 6 महीने से पापा-मम्मी के साथ भाई को मौत के घाट उतारना चाहती थी। इसी के चलते उसने अपने प्रेमी रोहित के साथ मिलकर पूरा षड्यंत्र रचा था और सही मौके का इंतजार किया।
आकांक्षा को वह मौका सोमवार को मिल गया और उसने ज्यूस में नशीला पदार्थ मिलाकर पापा-मम्मी सहित भाई को दे दिया जिसके चलते पापा-मम्मी बेहोश हो गए लेकिन भाई अपने कमरे में चला गया। इसके बाद उसने कमरे की कुंडल डाली जिसके चलते पापा-मम्मी को तो उसने प्रेमी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया लेकिन भाई विपिन बच गया। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसने जान-बूझकर अपने भाई को बताया था कि उसने जाते हुए उनके साले को देखा है जिसके चलते विपिन ने तहरीर में अपने सालों का नाम नामजद किया था।
क्या बोले अधिकारी? : पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने बताया कि इस दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया है। संपत्ति के लालच में बेटी ने वारदात को अंजाम दिया था और वह अपने भाई को भी मार डालना चाहती थी लेकिन उसे मारने में वह सफल नहीं हो सकी। अपने माता-पिता को मौत के घाट उतारने के लिए बेटी ने पूरे षड्यंत्र में अपने प्रेमी का भी सहारा लिया था और उसकी मदद से पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया है।
क्या था मामला? : कानपुर के थाना बर्रा के अंतर्गत गला रेतकर पति-पत्नी की निर्मम हत्या कर दी गई थी और हत्या करके नकाबपोश बदमाश मौके से फरार हो गए थे। घर में मौजूद बेटी ने भाई को सूचना देते हुए तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी थी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस कमिश्नर, एडीसीपी साउथ, डीसीपी क्राइम, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड जांच करने पहुंचे थे। पूछताछ के दौरान परिवार के बहुत करीबी एक व्यक्ति को शक के आधार पर पुलिस ने हिरासत में भी लिया था और घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने दो टीमें भी लगाई थीं।