शहर के मूलगंज थाना क्षेत्र में बुधवार शाम करीब 7.30 बजे मरकस मस्जिद के पास हुए दो स्कूटी में धमाके ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। धमाके आवाज इतनी तेज थी कि जो एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इस विस्फोट में आठ लोग घायल हुए हैं, जिनमें चार की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें हायर सेंटर पीजीआई लखनऊ रेफर किया गया है।
तेज गूंज और धमाके के बाद कानपुर के पूरा मिश्री बाजार अफरा-तफरी में बदल गया। बाजार में चीखते-चिल्लाते अपने परिजनों को ढूंढने लगे, कई घायल मलबे के बीच अपने सामान तलाशते दिखे। आसपास की दुकानों और मकानों की दीवारों में दरारें आ गईं, जबकि कई स्कूटी और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम और पटाखों का स्टाक क्षेत्र में रखा जा रहा था। सर्च ऑपरेशन के दौरान खिलौने की दुकान से भी बड़ी संख्या में पटाखे बरामद हुए हैं। पुलिस पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, एटीएस, एसटीएफ, बम निरोधक दस्ता, फॉरेंसिक टीम और एलआईयू सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंच गईं। होम मिनिस्टर ने स्वत: इस धमाके का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। शासन पल-पल का अपडेट ले रहा है, वहीं स्निफर डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं। कानपुर में देर रात्रि तक सर्च आपरेशन चल रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक धमाके की प्रथम दृष्टया जांच में खुलासा यह हुआ कि क्षेत्र में अवैध रूप से पटाखों का कारोबार चल रहा था। मौके से बड़ी मात्रा में सुतली बम, कॉर्क और पटाखा गन में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक पदार्थ बरामद हुए हैं। फॉरेंसिक सूत्रों ने बताया कि धमाका इन्हीं सामग्रियों से हुआ था, जिससे आसपास रखे दोपहिया वाहन भी चपेट में आ गए।
कानपुर पुलिस कमिश्नर रघुवीरलाल ने कहा कि प्रारंभ में कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन तकनीकी जांच के बाद साफ हुआ कि यह हादसा किसी 'आतंकी विस्फोट' का नहीं बल्कि अवैध पटाखा गतिविधियों की घोर लापरवाही का नतीजा था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि क्षेत्र में बिना लाइसेंस पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई जाएगी।
कमिश्नर ने घटना को गंभीर मानते हुए कहा कि जो भी इसमें दोषी पाया जायेगा चस पर सख्त कार्रवाई होगी, चाहे वह स्थानीय पुलिस हो या एलआईयू सब पर एक्शन जरूर होगा। वहीं धमाके के बाद.क्षेत्र में तेजगति से सभी विभागों की टीम ने अपने स्तर पर सर्च आपरेशन चलख रखा है, वही आगामी दिनों में भी पूरे इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। वहीं पुलिस और प्रशासन ने मिलकर बड़ी मात्रा में अवैध.पटाखों की खेप क्षेत्र से बरामद की है, वही 5 लोग हिरासत में लिए गए हैं।
दीपावली से पहले हुई यह घटना सिर्फ कानपुर के लिए नहीं, बल्कि उन तमाम जिलों के शहरों में स्थित बाजारों के लिए चेतावनी है जहाँ त्योहारों से पहले बिना अनुमति पटाखों का भंडारण किया जाता है। एक छोटी-सी असावधानी पूरे मोहल्ले को संकट में डाल सकती है। इसलिए स्थानीय प्रशासन को अलर्ट रहते हुए स्थानीय लोगों के साथ सामंजस्य बैठाकर अवैध कारोबार की जानकारी हासिल करनी चाहिए। यदि कहीं भी अवैध विस्फोटक सामग्री का संदेह हो तो तुरंत पुलिस को रेड मारते हुए बड़ी घटना होने से बचाना चाहिए। Edited by : Sudhir Sharma