हरिद्वार। हरिद्वार में 2021 के महाकुंभ मेले से संकट के बादल छंटते नजर आ रहे हैं। सोमवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि महाराज ने कहा है कि जब सारे सामाजिक कार्यक्रम, राजनीतिक कार्यक्रम और बिहार के चुनाव हुए हैं, तो कुंभ मेला भी परंपरागत तरीके से ही होगा। 14 जनवरी 2021 में शुरू होने वाले कुंभ मेले का आयोजन पूर्व में हुए 2010 कुंभ मेले की ही तरह भव्य और सुंदर तरीके से संपन्न होगा।
महंत के मुताबिक कुछ समय पहले उनकी मेला प्रशासन और शासन के साथ वार्ता हुई थी जिसमें तय हुआ था कि कोरोना तेजी से फैल रहा है। यदि यही स्थिति रही तो कुंभ मेला 2021 विशाल रूप से नहीं होगा, मात्र परंपरा निभाने के लिए सभी अखाड़ों से एक महंत ही हरिद्वार में स्नान करेंगे। अब कोरोना का प्रकोप पहले से कम हो रहा है, देश में राजनीतिक सभाएं, चुनाव और सामाजिक क्रिया-कलाप पूरी तरह से संपूर्ण हो रहे हैं इसलिए मेला अधिकारियों से बात करके मेले का स्वरूप तय किया जा रहा है।
उत्तरप्रदेश में हर वर्ष की भांति योगी सरकार द्वारा माघ मेले का आयोजन बहुत ही भव्य और सुंदर तरीके से किया जा रहा है। जिसे देखते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे मेला प्रशासन के अधिकारियों को कुंभ मेले की तैयारी जोर-शोर से पूरी करने के आदेश दें। महंत ने कहा कि मंगलवार से वे खुद मेला अधिकारियों के साथ अखाड़ों की तैयारी का निरीक्षण करेंगे, साथ ही अखाड़ा परिषद की बैठक भी आयोजित की जाएगी।