अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा है कि गर्भगृह का निर्माण ऐसा होना चाहिए कि रामनवमी पर राम जन्मोत्सव के दौरान रामलला पर सूर्य की किरणें पड़नी चाहिए।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी देते हुए बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार्दिक इच्छा है कि अयोध्या में निर्माण हो रहे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का स्वरूप कुछ इस प्रकार का हो कि हर रामनवमी के दिन जन्मोत्सव के समय भगवान राम के मुखारबिंद पर सूर्य देव की किरणें पड़ें। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों से वार्ता भी की हैं और उन्हें शोध करने के लिए भी कहा है।
रामनगरी अयोध्या में राम मंदिर का गर्भगृह इस तरह निर्मित किया जाएगा, जिससे सूर्य देव की रश्मियां रामलला तक आसानी से पहुंच सकें। साथ ही साथ रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें सीधे रामलला के मुखारविंद पर पड़ें, इसको ध्यान में रखकर मंदिर निर्माण की रणनीति बनाई जा रही है।
इसके लिए सूर्य की खगोलीय स्थितियों पर अध्ययन भी शुरू हो गया है। इस शोध के नतीजे के आधार पर मंदिर निर्मित किया जाएगा। इसके लिए ओडिशा के कोणार्क मंदिर जैसी विशिष्ट तकनीक को अपनाने पर भी मंथन किया जा रहा है।