हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विवि के कुलाधिपति पद से सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह हटा दिए गए हैं। डॉ. सत्यपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने आर्य प्रतिनिधि की दिल्ली हरियाणा और पंजाब की तीनों प्रतिनिधि सभाओं के वर्तमान प्रतिनिधियों के स्वार्थी दृष्टिकोण और सिद्धांतविहीन कार्यवाहियों से दुखी होकर 2 दिन पहले ही कुलाधिपति पद से इस्तीफा दे दिया था।
दिल्ली, पंजाब व हरियाणा आर्यसभा के प्रधान को भेजे पत्र में डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा है कि उन्होंने विवि की गुणवत्ता, भ्रष्टाचार, अक्षम कुलपति रूपकिशोर को हटाने व विवि की करोड़ों रुपए की संपत्ति व कमजोर प्रशासनिक व्यवस्था समेत कई मुद्दे उठाए। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रूपकिशोर शास्त्री के खिलाफ शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं मुख्य सतर्कता आयुक्त द्वारा कार्यवाही की गई थी।
डॉ. सत्यपाल सिंह के अनुसार इन तमाम जांचों में दोषी मानते हुए उन्हें उनके पद से मुक्त करने के आदेश मुझे प्राप्त हुए थे। इसी के चलते मैंने उचित कार्यवाही करते हुए कुलपति को उनके पद से हटाया। डॉ. सत्यपाल सिंह के अनुसार उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय की गुणवत्ता को NEEC द्वारा ग्रेड A से B कर दिया गया।
Edited by: Ravindra Gupta