सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में प्रभु श्रीराम का दिव्य मंदिर आकार ले रहा है। लाखों की संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। अपने आराध्य का दर्शन-पूजन कर रहे हैं तो वही अयोध्या में विकास की गंगा बह रही है।
अयोध्या को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। अयोध्या में हजारों करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं तो वही अयोध्या के ही नहीं, बल्कि विश्व के राम भक्तों की नजर अयोध्या पर है। लोग भगवान राम की नगरी में अपना आशियाना बनाना चाह रहे हैं।
कोई घर तो कोई होटल और कोई धर्मशाला भगवान राम की नगरी में जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम तेजी से चल रहा है। भगवान राम की नगरी में सभी प्रदेशों के गेस्ट हाउस बनाए जाने हैं, तो वही नव्य अयोध्या के रूप में अयोध्या को नई सौगात ही मिली है. अयोध्या ही नहीं बाहर के लोग भी राम की नगरी में अपना घर बना सकेंगे। इसको लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है।
अयोध्या जिला अधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि नव्य अयोध्या की हमारी योजना है फेज -1 फेस-2 फेस -3 का प्रोग्राम है। पहले चरण में जो हम लोग की भूमि है 583 उसमें से हम लोग 483 एकाद लैंड प्राप्त कर लिया है बाकी जो नोटिफिकेशन है वह भी जल्द ही पूरी हो जाएगी।
फेज 2 और फेस 3 की लैंड का कार्य तेज गति से चल रहा है। नव्य अयोध्या को हम लोग फेज मॉडल में डेवलप करेंगे जिलाधिकारी ने कहा उसमें जो महत्वपूर्ण बात है उसमें हम लोग जितने भी स्टेट हैं इंडिया में उसके लिए अलॉटमेंट होगा और वह गेस्ट हाउस बना सकते हैं और जो देश हैं अगर उसमें रुचि है अगर वह एस्टेब्लिश करना चाहेंगे तो उनके लिए भी प्लांट सुरक्षित रखे गए हैं जो 5 स्टार, 3 स्टार और 4 स्टार होटल है उनके लिए भी हम लोग लैंड अलॉटमेंट किया है।
मंदिर और मठों के लिए भी जो देश भर के महत्वपूर्ण मंदिर और मठ है डिमांड कर रहे हैं उसके संदर्भ में भी उसको पूरा किया जाएगा और यह पूरा काम आवास विकास परिषद के द्वारा किया जाएगा।