कानपुर देहात। अगर आप सोशल मीडिया पर इंस्टाग्राम अकाउंट बनाए हुए हैं और लंबे समय से उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो हो जाइए सावधान! और इंस्टाग्राम अकाउंट को डिलीट कर दें वरना आप भी हो सकते हैं हैकर की साजिश का शिकार और आपकी एक छोटी सी भूल आप पर बेहद भारी पड़ सकती है।
इंस्टाग्राम पर अकाउंट बनाकर भूल जाने का एक ऐसा ही मामला कानपुर देहात में सामने आया है, जहां पर एक युवती ने सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम पर अकाउंट बनाया और अकाउंट बनाकर भूल गई और इसके इस इंस्टाग्राम अकाउंट का दुरुपयोग हैकर करते रहे। जब इसकी जानकारी युवती को हुई तो उसने कानपुर देहात के थाना अकबरपुर में लिखित तहरीर देते हुए मुकदमा पंजीकृत कराया है। अकबरपुर पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कर जल्द से जल्द आरोपी हैकर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या था मामला? : कानपुर देहात के थाना अकबरपुर के अंतर्गत मोहम्मदपुर की रहने वाली एक युवती ने थाने में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया है कि उसने कुछ दिन पूर्व अपनी बड़ी बहन के फोन पर इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था और अपनी बड़ी बहन के मोबाइल पर ही इंस्टाग्राम अकाउंट को चलाती थीं। लेकिन कुछ फिर पढ़ाई के चलते इंस्टाग्राम अकाउंट को चलाना बंद कर दिया। और लंबे समय तक उसका इंस्टाग्राम अकाउंट बंद पड़ा रहा है लेकिन कुछ दिन पूर्व उसने जो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को चेक करने के लिए खोला तो उसके अंदर आपत्तिजनक फोटो पड़ी हुई थी।
तब उसे जानकारी हुई कि उसके इंस्टाग्राम अकाउंट को अज्ञात हैकर के द्वारा हैक कर लिया गया है। उसने अपने ही अकाउंट पर अपनी बड़ी बहन के इंस्टाग्राम अकाउंट से मैसेज भेजकर आपत्तिजनक सामग्री न डालने का निवेदन भी किया लेकिन हैकरों के द्वारा उसकी एक भी बात न सुनी गई और लगातार उसके इंस्टाग्राम अकाउंट से गलत कार्य किए जा रहे हैं और इंस्टाग्राम अकाउंट में आपत्तिजनक फोटो लगातार अपलोड की जा रही है। वहीं पुलिस ने युवती की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है और मामले को आईटी सेल भी जांच के लिए भेज दिया है।
क्या बोले थाना प्रभारी? : थाना प्रभारी अकबरपुर ने बताया कि युवती की तरफ से प्रार्थना पत्र दिया गया है जिसमें बताया गया है कि उसके द्वारा इंस्टाग्राम अकाउंट का लंबे समय से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था लेकिन हैकरों के द्वारा उसके इंस्टाग्राम अकाउंट पर आपत्तिजनक सामग्री डाली जा रही है जिसको लेकर आईपीसी 354 (ग) व आईटी एक्ट 67 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।