Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

बरेली में बांग्लादेश के लोगों ने पा ली नौकरी, यूपी पुलिस प्रशासन में खलबली

हमें फॉलो करें बरेली में बांग्लादेश के लोगों ने पा ली नौकरी, यूपी पुलिस प्रशासन में खलबली
, बुधवार, 4 अगस्त 2021 (14:19 IST)
बरेली। उत्तरप्रदेश के बरेली में यूपी एटीएस द्वारा पकड़े गए 2 बांग्लादेशियों के तार म्यांमार और बांग्लादेश की महिलाओं को भारत में बेचने वाले मानव तस्कर गिरोह से जुड़े होने की सूचना पर पुलिस प्रशासन एक्शन में आ गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बरेली और आसपास विभिन्न फैक्ट्रियों में काम कर रहे विदेशी और कश्मीर समेत अन्य प्रांतों के लोगों का सत्यापन और फर्जी आधार कार्ड, पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासबुक बनाने वाले गिरोह का पता लगाने लिए पुलिस को लगाया गया है।

 
गौरतलब है कि एटीएस ने म्यांमार और बांग्लादेश की महिलाओं को भारत में बेचने वाले मानव तस्कर गिरोह के सरगना मोहम्मद नूर उर्फ नूर इस्लाम को उसके 2 साथियों के साथ 27 जुलाई को पकड़ा गया था। उनकी निशानदेही पर ही बरेली में गत दिवस एक मीट फैक्टरी में काम करने वाले 2 और लोगों को पकड़ा था। इस बीच बरेली एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि मीट फैक्टरी में विदेशी और अन्य राज्यों के तमाम लोगों के काम करने की जानकारी सामने आई है। इनका पुलिस से सत्यापन न कार्य जाना गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि बरेली में सभी फैक्टरियों में काम करने वालों का सत्यापन तत्काल कराया जाएगा इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं।

 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि विदेशी और बाहरी लोगों का सत्यापन शुरू हो गया है। मकान मालिकों से लगातार अपील की जा रही है कि वे किरायदार की सूचना संबंधित थाने में दें, लिखित एग्रीमेंट के बाद ही मकान किराए पर दें। फर्जी आधार कार्ड, पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासबुक बनाने वाले गिरोह भी सक्रिय हैं। उसको पकड़ने के लिए एक्टिव पुलिस स्टाफ को लगाया गया है।
 
सजवाण ने बताया कि एटीएस की रिपोर्ट से पता चला है कि मोहम्मद नूर और उसके साथियों ने बताया है कि उसने हाल ही में 2 बांग्लादेशियों को सीमा पार कराकर अपने साथ उत्तरप्रदेश लाया था। उनका नाम अब्दुल शकूर और अली मियां हैं। दोनों ही मानव तस्कर गिरोह के सदस्य हैं। नूर ने दोनों को बरेली की एक मीट फैक्टरी में नौकरी पर लगवाया था। इस पर दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
 
पूछताछ में अली मियां ने बताया कि वह बांग्लादेश का रहने वाला है और मोहम्मद नूर का रिश्तेदार है। नूर के कहने पर अवैध रूप से सीमा पार कराकर यहां लाया है। नूर ने ही उसे बरेली में मीट फैक्टरी में काम पर लगवाया था। अब्दुल शकूर उर्फ गनी ने बताया कि वह नूर के गांव का रहने वाला है। नूर ने मुझे सीमा पार कराने के लिए 4,000 बांग्लादेशी मुद्रा ली थी। नूर ने अपने नाम की सिम भी दी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है।(वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मंच से गिरे केजरीवाल, दिल्ली की नाबालिग रेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंचे थे दिल्ली के CM