लखनऊ। विश्व हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की रविवार सुबह राजधानी लखनऊ के व्यस्ततम इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। खबरों के अनुसार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने संदिग्ध हत्यारों के फोटो भी जारी किए हैं। इस मामले में एक दरोगा सहित 4 पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है।
पुलिस आयुक्त सुजीत पाण्डेय ने बताया कि सुबह सैर के लिए निकले बच्चन को किसी अज्ञात व्यक्ति ने हजरतगंज और कैसरबाग थाना क्षेत्रों की सरहद पर ग्लोब पार्क के बाहर गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि इस मामले में एक दारोगा समेत 4 पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वारदात के सिलसिले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने संदिग्ध हत्यारे की एक तस्वीर जारी करते हुए उसके बारे में सूचना देने वाले को 50000 का इनाम देने की भी घोषणा की है। पांडेय के मुताबिक बच्चन के भाई आदित्य ने बताया है कि वह अभिषेक पटेल और उसकी पत्नी ज्योति पटेल के साथ शनिवार को गोरखपुर से लखनऊ आया था।
रंजीत ने अभिषेक और उसकी पत्नी को नौकरी के लिए बुलाया था। आदित्य ने इस मामले में दर्ज मुकदमे में कहा है कि वह सुबह अपने भाई रंजीत के साथ सैर के लिए गया था और वे शहर के बर्लिंगटन चौराहे के पास से निकलकर परिवर्तन चौक होते हुए ग्लोब पार्क के बगल में स्थित सीडीआरआई के सामने पहुंचे, तभी शॉल ओढ़कर आए एक व्यक्ति ने उनसे मोबाइल मांगा।
उस व्यक्ति को मोबाइल दे दिया गया लेकिन तभी उसने तमंचे से रंजीत को गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि आदित्य के बाएं हाथ में गोली लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस बीच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वारदात के पीछे पारिवारिक झगड़ा प्रतीत होता है। बच्चन की दो पत्नियां हैं और वह अपनी पहली बीवी कालिंदी के साथ रहते थे। उनकी दूसरी बीवी से तीन साल की एक बेटी है। कालिंदी की बहन ने वर्ष 2017 में उनके खिलाफ बलात्कार का मुकदमा भी दर्ज कराया था।
संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोड़ा ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि रंजीत और उनकी पत्नी के बीच झगड़ा था और इस सिलसिले में गोरखपुर में एक मुकदमा भी दर्ज है। जांच में इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मौका-ए-वारदात की सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं तथा मामले की तफ्तीश के लिए क्राइम ब्रांच की 8 टीमें बनाई गई हैं।