लखनऊ। शायर मुनव्वर राणा (Poet Munawwar Rana) इन दिनों अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। 2 दिन पहले तालिबान (Taliban) के पक्ष में बयान देकर विवादों में फंस गए थे, अभी इससे उबरे भी नहीं थे कि राणा के एक और बयान पर विवाद हो गया है।
मुनव्वर राणा के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबानी आतंकियों से की थी, उस पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रवक्ता ने हजरतगंज थाने में तहरीर दी है। महासभा ने उन पर कार्रवाई की मांग भी की है। एससी-एसटी एक्ट और अन्य धाराओं में कार्रवाई की मांग की गई है।
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने मुनव्वर राणा पर आरोप लगाया गया है कि उनके बयानों से सनातन धर्म को मानने वालों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, लिहाजा उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए। तहरीर में आगे लिखा है कि कुछ अखबारों और न्यूज चैनलों से शिकायतकर्ता को जानकारी मिली कि मुनव्वर राणा ने रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की तुलना चरमपंथी, आतंकी संगठन, बलात्कारी तालिबानियों से की है जिससे संपूर्ण सनातन धर्म मानने वालों की भावनाओं को चोट पहुंची है।
दलित समाज को ठेस पहुंचाने वाला : तहरीर में आगे लिखा है कि मुनव्वर राणा का यह कृत्य दलित समाज को भी ठेस पहुंचाने वाला है। प्रदेश की शांति व्यवस्था को ध्वस्त करने का प्रयास भी है। मुनव्वर राणा का ये बयान सनातन धर्म को मानने वालों की भावनाओं से खिलवाड़ भी माना जा सकता है। तहरीर में जिक्र है कि मुनव्वर राणा का यह बयान कई प्रमुख समाचार पत्रों और न्यूज चैनल के माध्यम से शिकायतकर्ता की जानकारी में आया लिहाजा मुनव्वर राणा पर हरिजन एक्ट, धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं, शांति भंग करने की धाराओं में एफआईआर दर्ज करते हुए एनएसए भी लगाया जाए।(भाषा)