मथुरा। उत्तरप्रदेश के मथुरा जनपद में शुक्रवार को गोवर्धन कस्बे के एक मुहल्ले में एक व्यक्ति की तेज बुखार से मृत्यु हो जाने के बाद उसके पड़ोसी केवल इस डर से अर्थी को कंधा देने नहीं पहुंचे कि कहीं व्यक्ति की मौत कोरोना से न हुई हो?
ऐसे में मृतक की बेटी ने थाने पहुंचकर रोते हुए गुहार लगाई। इस पर इंस्पेक्टर सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों ने उसके घर पहुंचकर अर्थी को न केवल श्मशान घाट तक पहुंचाया बल्कि विधि-विधानपूर्वक अंतिम संस्कार संपन्न कराने तक उसका पूरा साथ दिया।
थाना पुलिस के इस अच्छे काम की जानकारी पाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भी हौसला अफजाई करते हुए गोवर्धन के प्रभारी निरीक्षक सहित पूरी टीम को प्रशस्ति देकर सम्मानित किया। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार यह मामला गोवर्धन थाना क्षेत्र का है, जहां एक व्यापारी शंकरलाल गर्ग की सामान्य बुखार के कारण मृत्यु हो गई।
उन्होंने बताया कि गर्ग के परिवार में कोई अन्य पुरुष नहीं था। इसलिए उनकी युवा बेटी ने पिता का अंतिम संस्कार संपन्न कराने के लिए गली के कई घरों से लोगों को मदद के लिए बुलाया लेकिन केवल इस डर से उनकी अर्थी को कंधा देने कोई नहीं आया कि कहीं उनकी मौत कोरोना संक्रमण के कारण तो न हुई हो।
तब गर्ग की बेटी ने कोई और उपाय न देख पुलिस की मदद लेने का निर्णय किया और रोते-रोते थाने पहुंची। उसकी परेशानी जानने के बाद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने अपने साथ आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को लेकर अंतिम संस्कार करवाया। (भाषा)