मेरठ। एक पति ने बेटे की चाह में में भी अपनी पत्नी का पेट फाड़ दिया। हमारे देश में लिंग परीक्षण कानूनी अपराध है, जिसके चलते अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लिंग जांच में विफल होने पर 5 बेटियों के पिता के सिर पर हैवानियत सवार हो गई और उसने अपनी पत्नी के पेट को चीर दिया ताकि वो यह पता लगा सके कि उसकी पत्नी बेटे को जन्म देने वाली है या नहीं।
मामला बदायूं जिले के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित नेकपुर गली नंबर 3 का है। इसी इलाके का रहने वाले पन्नालाल किराने की दुकान चलाता है। पन्नालाल की शादी गोलू गांव घोंचा की रहने वाली अनीता से हुई। शादी के बाद इस दंपति की 5 बेटियां पैदा हुई, छठी संतान के समय पन्नालाल चाहता था कि उसे बेटा हो। बेटे की चाह में वह अनीता से झगड़ता रहता था। पन्नालाल को शराब पीने की लत थी, जिसके चलते उसने शराब के नशे में धुत होकर अपनी गर्भवती पत्नी से बेटा पैदा करने के लिए झगड़ा किया और वह यह जानने की अमादा हो गया कि पत्नी के गर्भ में पल रहा बच्चा बेटा है या बेटी।
पन्नालाल लिंग जांच के लिए कई अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गया, लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी। पत्नी ने इस बात का विरोध किया। उसने कहा कि बेटियां और बेटे एक बराबर होते हैं तो यह बात पन्ना को चुभ गई, उसने शराब के नशे में हंसिया उठाकर पत्नी का पेट चीर डाला। अनीता की चीख सुनकर पास में ही रहने वाली उसकी बहन रेखा पहुंच गई तो देखा कि अनीता जमीन पर छटपटा रही थी। आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे बरेली रेफर कर दिया गया। पुलिस ने आरोपी पति पन्नालाल को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने पीड़िता के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके अपनी पड़ताल शुरू कर दी है। बदांयू एसएसपी का कहना है कि पुलिस जांच कर रही है कि इस अपराध को अंजाम देने का कारण क्या था। पीड़ित अनीता के मायके वालों ने आरोप लगाया है कि पन्नालाल बेटा चाहता था और उसने यह पता लगाने के लिए अपनी पत्नी का पेट काट दिया कि उसके गर्भ में लड़का है या लड़की।
यदि वास्तव में बेटे की चाह में 5 बेटियों का पिता हैवान बन गया, यह चिंता का विषय है। जीवनभर साथ निभाने की कसमें खाने वाला पति अपनी पत्नी का पेट सिर्फ इसलिए चीर देता है कि वह बेटा पाना चाहता है, भले ही उसका ये कृत्य मां और गर्भस्थ शिशु के लिए जानलेवा साबित हो जाए। ऐसे हैवान पति को कठोर सजा मिलनी चाहिए।