कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर में अपने नाराज पति को ढूंढने आई महिला को उसका पति तो नहीं मिला, लेकिन पति से मिलाने के बहाने उसकी अस्मत को कुछ लोगों ने तार-तार कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन घटना पर पर्दा डालने का प्रयास करती रही। घटना की जानकारी मीडिया को होते ही मामले को बढ़ता देख पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करते हुए आनन-फानन में बलात्कार के तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम गठित कर दी गई है, जो फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से उन्नाव निवासी महिला का आरोप था कि वह अपने नाराज पति की तलाश में कानपुर आई थी और देर रात रावतपुर तिराहे से पैदल हैलट अस्पताल जा रही थी, तभी रास्ते में टीबी अस्पताल के पास मोटरसाइकल सवार दो युवकों से उसने हैलट अस्पताल का पता पूछा तो दोनों युवको ने उसे हैलट ले जाने की बात कहते हुए अपनी मोटरसाइकल पर बैठा लिया और फिर दोनों युवकों ने महिला को हैलट ले जाने की बजाए उसे कार्डियोलॉजी के पीछे बनी झुग्गी में ले गए।
थोड़ी देर रुकने के बाद दोनों युवकों के चार अन्य साथी भी आ गए और उन सभी ने वहां पर शराब पी। जब तक वह कुछ समझ पाती, अब तक अन्य एक युवक ने तमंचा निकालकर धमकाते हुए शांत रहने की बात कहीं और फिर सभी युवकों ने बारी-बारी महिला के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पकड़े गए आरोपियों में राणीसती मंदिर निवासी दीपू यादव, रावतपुर निवासी गुलफाम उर्फ कालिया व मुफीद है।
स्वरूपनगर इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार दुबे ने बताया कि मामले पर पर्दा डालने की महिला द्वारा कही गई बात बिल्कुल असत्य है। जानकारी मिलते ही हमने आरोपियों की तलाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और फरार आरोपियों में कल्याणुर के न्यू आजाद नगर निवासी सोनू व नवाबगंज निवासी बमबम उर्फ शुभम की तलाश की जा रही है।