मथुरा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मथुरा में धार्मिक स्थलों के दर्शन किए। जब अखिलेश बरसाना के राधा रानी मंदिर प्रांगण की खूबसूरती निहार रहे थे तभी, श्रद्धालुओं ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। तभी सपा सुप्रीमो समर्थकों ने भी मोदी नारों के बीच में अखिलेश जिंदा बाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। लेकिन, वक्त की नजाकत समझते हुए अखिलेश हाथ जोड़कर वहां से निकल गए।
शुक्रवार को अखिलेश सबसे पहले मथुरा के जैत स्थित कुंड पहुंचे। इसके बाद गोवर्धन के दानघाटी मंदिर पहुंचकर गिरिराज महाराज से आशीर्वाद लेकर पूजा-अर्चना की। जिसके बाद गोवर्धन से अखिलेश बरसाना स्थित राधारानी मंदिर पहुंचे और श्रीजी के दर्शन करते हुए मन्नत मांगते हुए पूजा-अर्चना की।
मथुरा धार्मिक स्थल पर अखिलेश यादव ने पूरी श्रद्धाभाव दिखाया। बरसाना मंदिर पर करीब साढ़े 300 सीढ़ियां चढ़कर पहुंचे। यहां कई बार थकने पर वह सीढ़ियों पर रुके। यहां उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान मोदी-योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि गरीब, मजदूर, किसान सब परेशान हैं। योगी सरकार समाजवादी पार्टी द्वारा शुरू किए गए कार्यों को चार साल में भी पूरा नहीं करा सकी है।
मीडिया से मुखातिब होते हुए अखिलेश बोले कि उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखकर राधा रानी मंदिर पहुंचने के लिए 2016 में रोप-वे बनाने के प्रोजेक्ट शुरू किया था, लेकिन योगी सरकार अभी तक उसे पूरा नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि कोसी-गोवर्धन-बरसाना-नंदगांव रोड को फोरलेन करने की योजना मेरी सरकार की है। लेकिन आज तक इस पर काम पूरा नहीं हो सका।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विरक्त संत विनोद बाबा से उनकी कुटिया में पहुंचकर आशीर्वाद लिया और उसके बाद अपने गंतव्य पर कूच कर गए।