मेरठ। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा लहराने का अभियान चलेगा। 'हर घर तिरंगा' अभियान को सफल बनाने के लिए पूरे देश में जोर-शोर से तैयारी चल रही है। इस अभियान में मेरठ चौधरी चरण सिंह जेल के कैदी भी अपना योगदान दे रहे हैं, यहां पर 10,000 से अधिक तिरंगे झंडों को बनाने में कैदी दिलों जान से जुटे हुए हैं। अपराध की दुनिया से आएं इन कैदियों के अंदर देशभक्ति और देशप्रेम का जज्बा देखने काबिल है।
प्रधानमंत्री मोदी की हर घर तिरंगा की मुहिम में मेरठ जेल के 40 बंदी अपना योगदान दे रहें हुए हैं। जिसमें 30 पुरुष और 10 महिला बंदी है जो सिलाई मशीन पर तिरंगा निर्माण कर रहे है। जेल में बने इन तिरंगे झंडे का इस्तेमाल 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम के तहत किया जाना है, यह झंडे तैयार करके जेल से बाहर भेजे जायेंगे, ताकि आजादी अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा लहराया जा सकें।
मेरठ चौधरी चरण सिंह कारागार के जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जेल में बंदी बड़े उत्साह से तिरंगे बनाने का काम कर रहे हैं। आजादी के 75वीं वर्षगांठ के पर यह सौभाग्य की बात है कि मेरठ जेल के बंदी इस जश्न में अपना योगदान दे रहे हैं।
मुख्य विकास अधिकारी शंशाक चौधरी ने 10 हजार तिरंगा तैयार करने के लिए मेरठ कारागार अधीक्षक से सम्पर्क किया। जैसे ही इस अभियान की जानकारी जैसे बंदियों को लगी, वह स्वेच्छा से झंड़ा बनाने की मुहिम में निशुल्क रूप से तैयार हो गए। यहां के बने तिरंगे झंडे ग्रामीण क्षेत्रों के घरों पर लहरायेंगे, इस अभियान को 11 से 17 अगस्त तक चलाया जाएगा।
मेरठ सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि हर घर तिरंगा अभियान को लेकर मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है। तिरंगे लगे फोटो को ऐप पर पोस्ट भी किया जा सकता है।