लखनऊ। वर्ष 2021 के पूर्वाद्ध में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बनारस और अलीगढ़ का दौरा कर चुके हैं, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों लगातार विपक्ष पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं।
इस बार अयोध्या भी केन्द्र में रहेगी, यही कारण है ज्यादातर दलों ने अपनी चुनावी मुहिम अयोध्या से शुरू की है। भाजपा तो है ही, मायावती और अरविन्द केजरीवाल की पार्टी भी इस मामले में पीछे नहीं है।
योगी आदित्यनाथ ने संभल में कहा कहा कि ये वही प्रदेश है जहां 2017 के पहले कोई गौ माता सुरक्षित नहीं रहती थी और आज गौ माता को छेड़ने वाला अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं करता होगा। उन्होंने कहा कि सपा का चेहरा महिला, दलित और हिंदू विरोधी है।
सीएम योगी ने कहा कि तालिबान किस तरह अफ़ग़ानिस्तान में बर्बरता कर रहा है ये किसी से छुपा हुआ नहीं है। लेकिन सपा नेता तालिबान का समर्थन कर रहे हैं इसलिए जो भारत और महिला विरोधी गतिविधियों में समर्थन करेगा उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के विधायकों को विकास से कोई मतलब नहीं है। उनके लिए विकास सैफई खानदान का विकास होता है। 2017 के पहले सरकार अपने स्वार्थ के लिए कार्य करती थी। 30 हजार बेटियां उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हो चुकी हैं। प्रदेश में 42 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध करवाया गया।