लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड (Hathras Case) में सीबीआई की टीम रात दिन एक कर जांच को तेजी के साथ आगे बढ़ा रही है और जिसके चलते रोज कुछ न कुछ नए खुलासे भी हो रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान सीबीआई के सामने पुलिस के एक-एक करके सारे कारनामे और लापरवाही बाहर आ रही है। अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपियों में से एक की हाईस्कूल की मार्कशीट सीबीआई सामने आई है, जिसके अनुसार वह नाबालिग है।
बावजूद इसके पुलिस ने बिना छानबीन के उसे अलीगढ़ जेल भेज दिया, जबकि कानून के मुताबिक उसे बाल सुधार गृह भेजा जाना चाहिए था। और तो और नाबालिग आरोपी की पहचान भी सार्वजनिक कर दी गई।
इसके चलते अब सीबीआई के रडार पर सस्पेंड चल रहे पुलिस वाले भी आ गए हैं। सीबीआई टीम ने सोमवार देर रात कोतवाली चंदपा में सस्पेंड किए गए सीओ रामशब्द, इंस्पेक्टर डीके वर्मा और हेड मोहर्रर महेश पाल से करीब 5 घंटे तक पूछताछ की है। वहीं, सीबीआई की एक टीम अलीगढ़ जेल पहुंची थी और टीम ने चारों आरोपियों से अलग-अलग तरीके से लंबी पूछताछ की।
गौरतलब है कि हाथरस की निर्भया को न्याय दिलाने के लिए पिछले 8 दिनों से सीबीआई तेजी से जांच में जुटी है और घटना से जुड़े कई अहम सबूत एकत्र कर लिए हैं।