पश्चिमी उत्तरप्रदेश में पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के एजेंटों की कमर तोड़ने के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। इसी कड़ी में एटीएस की टीम ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। देश विरोधी गतिविधियों के संलिप्त पीएफआई के ये चारों सदस्य मुजफ्फरनगर, शामली और गाजियाबाद जिले से गिरफ्तार किये गए है। इनके पास से भड़काऊ साहित्य, पेनड्राइव और किताबें बरामद हुई हैं। एटीएस और स्थानीय पुलिस ने चारों एजेंटों को गिरफ्तार करते हुए मेरठ में मुकदमा रजिस्टर कराया है।
PFI के स्लीपिंग सेल्स वेस्ट यूपी में अलग-अलग जगहों को चिन्हित किए हुए हैं। इन्हीं की धरपकड़ के लिए एटीएस की टीम पिछले कई दिनों से शहर-शहर छापेमारी कर रही है। दो दिन पहले मेरठ सहित मुजफ्फरनगर, शामली और गाजियाबाद में स्थानीय पुलिस को लिए बिना छापेमारी की। इसमें शामली, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद से एटीएस टीम ने मोहम्मद शादाब अजीज कासमी, मुफ्ती शहजाद, मौलाना साजिद, मोहम्मद इस्लाम कासमी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सदस्यों के पास से अवांछनीय साहित्य, पेन ड्राइव और तीन मोबाइल व तीन किताबें बरामद हुई हैं, जांच एजेंसियां अब इनसे मिले दस्तावेजों की जांच में जुट गई है।
मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के मुताबिक एटीएस के अधिकारियों ने इन चारों पीएफआई एजेंट के खिलाफ मेरठ के थाना खरखौदा में धारा 120(B), 121(A), 153(A), 295(A), 109, 505(2), 13 गैर कानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम में मुकदमा पंजीकृत कराया है। आरोपियों पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और कुछ अन्य इस्लामिक संगठनों द्वारा देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का प्रमाण मिले है। इसमें 2047 तक भारत को खंडित करके इस्लामिक राष्ट्र बनाने का षड्यंत्र शामिल है। मिली जानकारी के मुताबिक पीएफआई मुस्लिमों को भड़काने का काम कर रहा है, हिन्दुओं को टारगेट करते हुए टारगेट किलिंग की रणनीति भी तैयार कर चुकी थी। इसके चलते इन पर कार्रवाई की जा रही है।
फिलहाल पुलिस गिरफ्त में खड़े इन चारों पीएफआई सदस्यों से एनआईए सहित अन्य खुफिया एजेंसियां पूछताछ में जुटी है। इनके संपर्क में आने वाले नजदीकियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूछताछ पूरी होते ही ये चारों आरोपी जेल की सलाखों के पीछे होंगे।