लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को पार्टी में एक प्रदेश उपाध्यक्ष एवं दो प्रदेश मंत्री घोषित किए हैं। इसके अलावा सिंह ने सभी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों की भी घोषणा की है। भाजपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष ने मोर्चा सदस्य विधान परिषद (मऊ) को प्रदेश उपाध्यक्ष तथा अर्चना मिश्रा (लखनऊ) एवं मित वाल्मीकि (बुलन्दशहर) को प्रदेश मंत्री नियुक्त किया है।
गौरतलब है कि एके शर्मा गुजरात कैडर के 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी थे और उन्होंने लंबे समय तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कार्य किया है। उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और शर्मा को भाजपा ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य बनाया।
माना जा रहा है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत शर्मा को संगठन में उपाध्यक्ष का पद सौंपा गया है। ऐसी अटकलें तेज थीं कि शर्मा को प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार में मंत्री बनाया जा सकता है लेकिन भाजपा में 'एक व्यक्ति-एक पद' के सिद्धांत के चलते इन अटकलों पर भी विराम लग गया है। भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में अभी तक 16 उपाध्यक्ष थे और अब शर्मा 17वें उपाध्यक्ष होंगे।
सिंह ने शनिवार को पार्टी के विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों की भी घोषणा की है। प्रदेश अध्यक्ष ने प्रांशुदत्त द्विवेदी (फर्रूखाबाद) को भाजपा युवा मोर्चा, गीताशाक्य राज्यसभा सदस्य (औरैया) को महिला मोर्चा, कामेश्वर सिंह (गोरखपुर) को किसान मोर्चा, नरेन्द्र कश्यप पूर्व सांसद (गाजियाबाद) को पिछड़ा वर्ग मोर्चा, कौशल किशोर सांसद को अनुसूचित जाति मोर्चा, संजय गोण्ड (गोरखपुर) को अनुसूचित जनजाति मोर्चा व कुंवर बासित अली (मेरठ) को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया है।(भाषा)