मेरठ। 10 जून को जुमे पर नमाज के बाद यूपी के कई जिले बवाल की भेंट चढ़ गए। उपद्रवियों के आगे पुलिस-प्रशासन की कड़ी चौकसी धरी की धरी रह गई। 17 जून को शुक्रवार है जिसके चलते बड़ी संख्या में नमाजी नमाज पढ़ने की लिए मस्जिदों का रुख करेंगे। वहीं आज गुरुवार को यूपी के अधिकांश जिलों में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा को लेकर हिन्दू संगठनों में रोष है जिसके चलते तमाम शहरों में बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया है।
मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर विहिप और बजरंग के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता कमिश्नरी कार्यालय के सामने चौधरी चरण सिंह पार्क में जुटे, वहां से उन्होंने अपना विरोध मार्च निकालते हुए चौराहे पर हनुमान चालीसा पढ़ी। बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पार्क में हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद हिन्दुत्व को जगाने वाले नारे, वंदे मातरम् का उद्घोष करते हुए दोनों संगठन कलेक्टोरेट पहुंच गए।
यहां उन्होंने मेरठ जिलाधिकारी कार्यालय के बाद जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद उन्होंने कट्टरता फैलाने वाले संगठनों पर कार्रवाई की मांग, मस्जिद से बाहर आकर हिंसा करने वालों की पहचान करके रासुका लगाने की मांग, जिन क्षेत्रों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए है, उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी इत्यादि मांगों को लेकर दिया ज्ञापन।
हिन्दुत्व की सुरक्षा के लिए प्रदर्शन में महिलाएं भगवा और लाल रंग की साड़ी पहनकर पहुंचीं और उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। माथे पर तिलक और हाथों में झंडा थामे प्रदर्शनकारियों की जुबां पर बस यही अल्फाज थे कि जिस घर से अफजल निकलेगा, वहां घुसकर उसे सड़क दिखाएंगे। इन हिन्दू संगठनों का कहना है कि नमाज पढ़नी है तो मस्जिद के अंदर शांति से पढ़ो लेकिन देश में हिंसा नहीं फैलाने देंगे।