लखनऊ। उत्तरप्रदेश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए यूपी पुलिस के द्वारा मुहर्रम को लेकर जारी किए गए सर्कुलर में प्रयोग किए गए शब्दों को लेकर ऐतराज जताते हुए तमाम शिया समुदाय के धर्मगुरु इसका विरोध कर रहे हैं। इसी के साथ वे लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और सीधे तौर पर पत्र जारी करने वाले अब डीजीपी से माफी मांगने की बात कर रहे हैं।
वहीं शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने शिया समुदाय के धर्मगुरु पर हमला बोलते हुए बयान जारी करते हुए कहा है कि ये अतिगोपनीय पत्र वायरल हुआ है जिसके लिए ये मौलाना ही जिम्मेदार और दोषी हैं। वसीम ने कहा कि ये मौलाना ही दंगा भड़काने की साजिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मौलाना शिया संप्रदाय के जज्बातों को भड़का कर कोई बड़ी घटना घटित करना चाहते हैं ताकि इसकी जिम्मेदारी सरकार पर बने। रिजवी ने कहा कि आने वाले दिनों में अगर उत्तरप्रदेश में कोई छोटी या बड़ी घटना घटती है तो उसके जिम्मेदार ये मौलाना ही होंगे और उस घटना में हुए नुकसान की भरपाई भी इन मौलानाओं से ही करवाई जानी चाहिए।
गौरतलब है कि मुहर्रम के मद्देनजर उत्तरप्रदेश पुलिस के द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें मुहर्रम के दौरान निकलने वाले ताजिए पर रोक लगा दी गई थी और कहा गया था कि उपद्रव करने वालों के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए जिसके बाद से कुछ मुस्लिम समुदाय जारी किए गए सर्कुलर की भाषा पर सवाल खड़े कर रहे हैं।