पश्चिम बंगाल में हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां राजनीतिक हत्याएं अब आम हो चुकी हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान हिंसा चरम पर रही। अब यहां दो अलग-अलग इलाकों में बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं के शव मिले हैं।
इन शवों के मिलने के बाद बीजेपी ने टीएमसी पर हमला बोला है। बीजेपी का कहना है कि टीएमसी की ओर से संरक्षण प्राप्त गुंडों ने उसके कार्यकर्ताओं की हत्या की है।
दूसरी तरफ टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज किया है। पुलिस का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ता इंद्रजीत सूत्रधार का शव कमरे की छत से लटका हुआ मिला। उनके दोनों हाथ पीछे से बंधे हुए थे। बीजेपी कार्यकर्ता इंद्रजीत का शव जिस इमारत से मिला है, वह लंबे समय से खाली पड़ी है।
बीरभूम जिले के खोइरासोल इलाके में मिले शव के बाद से सनसनी फैल गई है और राजनीतिक तनाव के हालात पैदा हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि इंद्रजीत सूत्रधार का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट सामने आने के बाद ही मौत के कारण की जानकारी मिल सकेगी।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पहली नजर में यह मामला हत्या का ही लग रहा है। लेकिन हत्या कैसे हुई और किन हालातों में हुई है, इसका पता जांच के बाद ही चल सकेगा।
इसके अलावा बीजेपी के एक और कार्यकर्ता 45 वर्षीय तपन खटुआ का शव भी पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा इलाके में स्थित एक तालाब से मिला है। बीजेपी और खटुआ के परिवार ने उनकी मौत के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है।