थाना प्रभारी के अनुसार प्रिया ने स्मृति की तथाकथित बड़े-बड़े अधिकारियों से बात करवाई तथा उसे काफी डराया-धमकाया। ऐसे में स्मृति ने डरकर आरोपियों के बताए गए खाते में 2 बार में 1,40,000 रुपए भेज दिए। शिकायतकर्ता का दावा है कि उन्हें करीब 5 घंटे तक 'डिजिटल अरेस्ट' में रखा गया और बाद में उन्हें साइबर ठगी का शिकार हो जाने का अहसास हुआ। तब उन्होंने इस मामले की शिकायत बीती रात को थाने में दर्ज करवाई है।
'डिजिटल अरेस्ट' में ठग खुद को कानून प्रवर्तन एजेंसियों का अधिकारी बताते हैं और मानसिक रूप से दहशत का माहौल बनाकर अपने शिकार से पैसे ऐंठते हैं।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta