लखनऊ। योगी आदित्यनाथ आज शु्क्रवार अपराह्न 4 बजे अटल बिहारी वाजपेयी इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने से पहले खुद योगी आदित्यनाथ ने इस शुभ मुहूर्त का चयन किया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण नाथ पंथ के अनुसार तिथि और दिन, अत्यंत शुभ है। योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण की तिथि अष्टमी व दिन शुक्रवार है। यह तिथि और दिन भगवती दुर्गा और मां लक्ष्मी से संबंधित है।
ज्योतिषाचार्य पं. दीपक की मानें तो योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण अच्छे समय पर हो रहा है, क्योंकि नाथ पंथ के आदि गुरु आदिनाथ स्वयं भगवान शिव हैं। शिवजी, माता पार्वती की शक्ति से ही शक्तिमान रहते हैं इसलिए शुक्रवार के दिन तथा अष्टमी तिथि को शक्ति की कृपा रहती है। ऐसे दुर्लभ समय में शपथ ग्रहण करना योगी आदित्यनाथ को शासन चलाने में भी शक्ति मिलगी।
शपथ ग्रहण से पहले किसी से भी नहीं करेंगे मुलाकात : मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे योगी आदित्यनाथ शपथ ग्रहण से पहले किसी से भी मुलाकात नहीं करेंगे और पूजा-अर्चना करने के ठीक बाद निश्चित समय पर घर से निकलकर शुभ मुहूर्त पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे और मंच पर मौजूद सभी वरिष्ठ लोगों से मुलाकात कर शपथ लेंगे। लेकिन शपथ ग्रहण से पहले किसी से कोई मुलाकात नहीं करेंगे।
जबकि इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि आज शुक्रवार को जिन विधायकों को मंत्री पद की शपथ लेना है, उनसेमुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर मुलाकात करने के बाद शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम स्थल पर निकलेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री आवास पर शपथ ग्रहण समारोह से पहले मिलने को लेकर कोई भी कार्यक्रम नहीं है और न ही किसी विधायक को बुलाए जाने की सूचना है।