लखनऊ। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत उत्तर प्रदेश में चयनित 21 लाख किसान जांच में अपात्र पाए गए हैं। योगी सरकार ने फैसला किया है कि उनसे इस योजना के तहत अब तक दी गई धनराशि की वसूली की जाएगी।
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि राज्य में केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत कुल दो करोड़ 85 लाख किसान चयनित किए गए थे जिनमें से 21 लाख काश्तकार अपात्र पाए गए हैं। इनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं जिनमें पति और पत्नी दोनों को ही इस निधि का लाभ प्राप्त हो रहा है।
शाही ने बताया कि अपात्र पाए गए किसानों से उन्हें इस योजना के तहत अब तक दी गई रकम की वसूली की जाएगी।
उन्होंने बताया कि किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त इस महीने के अंत तक जारी की जाएगी और जिन किसानों का भूलेख अंकन और स्थलीय सत्यापन का कार्य पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड होगा उन्हें ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
हालांकि, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने स्पष्ट किया कि किसान पोर्टल पर डाटा अपलोड की कार्यवाही युद्ध स्तर पर की जा रही है और सभी पात्र किसानों को किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त जरूर दी जाएगी।
कृषि मंत्री ने बताया कि अभी तक कुल एक करोड़ 51 लाख किसानों का पोर्टल पर भूलेख अंकन का काम किया जा चुका है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे जल्द से जल्द अपना डाटा पोर्टल पर अपलोड करा लें।