लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के संबंध मजबूत हैं और स्वास्थ्य, रक्षा उत्पादन, शिक्षा, पर्यावरण तथा एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) विशेष रूप से स्थानीय हस्तशिल्प के क्षेत्रों में उत्तरप्रदेश और ब्रिटेन के बीच निवेश एवं कारोबारी गतिविधियों को बढ़ाया जा सकता है।
शुक्रवार को अपने 5, कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस से शिष्टाचार भेंट के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश और ब्रिटेन के बीच कारोबारी गतिविधियों को बढ़ाने की बात कही। इस बैठक में ब्रिटेन और भारत, विशेष रूप से उत्तरप्रदेश के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करने को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
शुक्रवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार ब्रिटेन के निवेशकों को उत्तरप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को संचालित करने की असीम सम्भावनाएं मौजूद हैं औरप्रदेश में विदेशों से निवेश आकर्षित करने के लिए सकारात्मक माहौल स्थापित किया गया है। योगी ने कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में विशेषज्ञों के आकलन को देखते हुए संक्रमण से बचाव और उपचार के लिए प्रदेश में की जा रही तैयारियों के विषय में चर्चा की। उच्चायुक्त ने इस दिशा में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।
उच्चायुक्त ने बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने तथा महिलाओं के स्वावलंबन और सशक्तिकरण की दिशा मेंप्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने एक जनपद, एक उत्पाद योजना की प्रशंसा की। उन्होंने लगभग 25 वर्ष पहले की अपनी वाराणसी की यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि इस प्राचीन नगरी की यात्रा उनके लिए एक विशिष्ट अनुभव था।
उच्चायुक्त ने कहा कि ब्रिटेन और उत्तरप्रदेश उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी साझेदारी को आगे बढ़ा सकते हैं। इसके तहतप्रदेश के विश्वविद्यालयों और ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ाया जा सकता है। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक के बाद एलेक्स एलिस ने ट्वीट किया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ शिक्षा, निवेश, स्थिरता और शिल्प पर अच्छी चर्चा हुई। ब्रिटेन और उत्तरप्रदेश को साथ मिलकर बहुत कुछ करना है।(भाषा)