वसंत पंचमी का शुभ और मंगलकारी पर्व इस बार दो दिन आ रहा है। 29 और 30 जनवरी को सरस्वती देवी की पूजा अर्चना की जाएगी। माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि में इस वर्ष 3 ग्रहों का स्वराशि योग निर्मित हो रहा है। मंगल वृश्चिक राशि पर, गुरु धन में और शनि मकर में रहेंगे।
वसंत पंचमी 2020 पर सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का संयोग बनेगा। परिणय सूत्र में बंधने के लिए यह दिन श्रेष्ठ है।
वसंत पंचमी 29 जनवरी बुधवार सुबह 10.45 बजे से शुरू होगी अगले दिन 30 जनवरी गुरुवार दोपहर 1.20 बजे तक रहेगी।
बुधवार को वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त है : 10.45 से 12.35 तक
गुरुवार को वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त है : 6.00 से 7.30, 12.20 से 1.20 बजे तक
दोनों दिन पूर्वाह्न व्यापिनी पंचमी बनी है। यदि चतुर्थी तिथि विद्धा पंचमी होने से 29 जनवरी बुधवार को मनाना शास्त्रोक्त रहेगा।
राशि अनुसार निम्नलिखित विशेष उपाय करने से सुख-समृद्धि मिलती है।
(1) मेष राशि- भगवान हनुमान की पूजा कर उनके बाएं चरण का सिन्दूर लेकर वसंत पंचमी से नित्य तिलक करें तथा हनुमान चालीसा का पाठ करें। विद्या व बुद्धि के लिए 'ऐं' का जप करें।
(2) वृषभ राशि- इमली के पत्ते 22 नग लेकर 11 पत्ते माता सरस्वती के यंत्र या चित्र पर चढ़ाएं। 11 पत्ते अपने पास सफेद वस्त्र में लपेटकर रखें, सफलता मिलेगी।
(3) मिथुन राशि- भगवान गणेश का यथा उपचार-पूजन कर यज्ञोपवीत चढ़ाएं तथा 21 दूर्वादल के अंकुर 21 बार 'ॐ गं गणपतये नम:' का जप कर चढ़ाएं। विद्या प्राप्ति के विघ्न दूर होंगे।
(4) कर्क राशि- माता सरस्वती के यंत्र या चित्र पर 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' जप कर आम के बौर चढ़ाएं।
(5) सिंह राशि - 'ॐ ऐं नम:..' गायत्री मंत्र 'नमो ऐं ॐ' से संपुटित कर जपें, लाभ होगा।
(6) कन्या राशि - पुस्तक, ग्रंथ इत्यादि दान करें तथा 'ॐ ऐं नम:' का जप करें।
(7) तुला राशि - पुस्तक ग्रंथ तथा सफेद वस्त्र किसी ब्राह्मण कन्या को पूजन कर दान करें तथा श्वेत मिठाई खिलाएं। 'ॐ ऐं नम:' का जप करें।
(8) वृश्चिक राशि - माता सरस्वती का पूजन कर श्वेत रेशमी वस्त्र चढ़ाएं तथा कन्याओं को दूध से बनी मिठाई खिलाएं। 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' का जप करें।
(9) धनु राशि - माता सरस्वती का पूजन करें तथा श्वेत चंदन चढ़ाएं, श्वेत वस्त्र दान करें।
(10) मकर राशि - सूर्योदय के पहले ब्राह्मी नामक औषधि का सेवन कर 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' से मंत्रित कर पी लें। सफलता कदम चूमेगी।
(11) कुंभ राशि - माता सरस्वती का पूजन कर कन्याओं को खीर खिलाएं तथा 'ॐ ऐं नम:' जपें।
(12) मीन राशि - अपामार्ग की जड़ शास्त्रीय तरीके से निकालकर पुरुष अपनी दाहिनी भुजा तथा स्त्री अपनी बाईं भुजा पर 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' की 11 माला, स्फटिक माला से कर सफेद वस्त्र में बांधकर धारण करें।
ऐसे व्यक्ति जिन्हें अपनी राशि इत्यादि के बारे में शंका या भ्रम हो, वे स्फटिक माला से यथाशक्ति 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' का जप कर कन्याओं को दूध से बनी मिठाई खिलाएं।
स्वास्थ्य के लिए 'ॐ जूं स:' का जप करें।
धन के लिए 'ॐ श्रीं नम:' या 'ॐ क्लीं नम:' का जप करें।