vastu tips for master bedroom
Best vastu tips for master bedroom 2024: 24 घंटों में 6-7 घंटे हम बिस्तर पर रहते हैं। इसलिए बिस्तर का वास्तु के अनुसार और आरामदायक होना जरूरी है। इसी के साथ यह भी तय करें कि आप किस दिशा में पैर करके सो रहे हैं और यह भी कि आप घर की किस दिशा में सो रहे हैं। यदि आप इन बातों पर ध्यान नहीं देते हैं तो आपकी सेहत के साथ आपका बजट भी बिगड़ सकता है।
किस दिशा में करें पैर : भारतीय ज्योतिष, वास्तु और हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार, दक्षिण या पूर्व दिशा में पैर करने नहीं सोना चाहिए। इस दिशा में पैर करके सोने से शारीरिक और मानसिक क्षरण होने की बात कई जाती है। उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव के प्रभाव को जानकर ही उचित दिशा में पैर करके सोएं। पश्चिम दिशा में सिर रखकर नहीं सोते हैं क्योंकि तब हमारे पैर पूर्व दिशा की ओर होंगे जो कि शास्त्रों के अनुसार अनुचित और अशुभ माने जाते हैं। पूर्व में सूर्य की ऊर्जा का प्रवाह भी होता है अत: यह ऊर्जा के प्रवाह नियम के विरुद्ध भी है। लगातार दक्षिण या पूर्व दिशा में पैर रखकर सोने से व्यक्ति के जीवन में निराशा, भय, आशंका, आलस्य, बुरे स्वपन जैसे नकारात्मक विचार का संचार होता है।
1. पूर्व दिशा में मस्तक रखकर सोने से विद्या की प्राप्ति होती है।
2. दक्षिण में मस्तक रखकर सोने से धनलाभ और आरोग्य लाभ होता है।
3. पश्चिम में मस्तक रखकर सोने से प्रबल चिंता होती है।
4. उत्तर में मस्तक रखकर सोने से मृत्यु और हानि होती है।
किस दिशा में सोना शुभ है :
1. मुख्य शयन कक्ष, जिसे मास्टर बेडरूम भी कहा जाता हें, घर के दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य) या उत्तर-पश्चिम (वायव्य) की ओर होना चाहिए।
2. अगर घर में एक मकान की ऊपरी मंजिल है तो मास्टर बेडरूम ऊपरी मंजिल के दक्षिण-पश्चिम कोने में होना चाहिए।
3. यदि शयन कक्ष अग्निकोण में हो तो पूर्व-मध्य दीवार पर शांत समुद्र का चित्र लगाना चाहिए।