आजकल हर घर में मनी प्लांट लगाने का प्रचलन है। मनी प्लांट लगाने के 4 फायदे और 4 नुकसान जानकर आप हो जाएंगे हैरान।
इसके 4 फायदे
1. धन और समृद्धि : मान्यता है कि इस बेल के घर में रहने से धन और समृद्धि बढ़ती जाती है। मान्यता अनुसार यह प्लांट जितना फैलता है उतना धन बढ़ता जाता है।
2. आग्नेय कोण में लगाएं : मनीप्लांट के पौधे के घर में लगाने के लिए आग्नेय दिशा सबसे उचित दिशा है। इससे आग्नेय दिशा का दोष दूर होगा और घर में सकारात्मकता का विकास होगा। इस दिशा में यह पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का भी लाभ मिलता है।
3. शुक्र ग्रह होता मजबूत : मनीप्लांट को आग्नेय यानी दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाने का कारण यह है कि इस दिशा के देवता गणेशजी हैं जबकि प्रतिनिधि शुक्र हैं। गणेशजी अमंगल का नाश करने वाले हैं जबकि शुक्र सुख-समृद्धि लाने वाले। यही नहीं, बल्कि बेल और लता का कारण शुक्र ग्रह को माना गया है। इसलिए मनीप्लांट को आग्नेय दिशा में लगाना उचित माना गया है।
4. कच्ची जमीन : घर में कच्ची जमीन नहीं हो तो मनी प्लांट लगाना जरूरी हो जाता है। आजकल के जमाने में घर अंदर से पूरी तरह पक्के होते हैं। इसलिए घर में शुक्र स्थापित नहीं होता है, क्योंकि शुक्र कच्ची जमीन का कारक है। इसलिए घर में कहीं भी कच्ची जमीन न हो तो मनी प्लांट लगाना शुभ फल का कारक है।
इसके 4 नुकसान
1. उचित दिशा का हो चयन : वास्तु शास्त्र के अनुसार यह पौधा घर में उचित दिशा में नहीं लगाया गया है तो आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। मनीप्लांट को कभी भी ईशान यानी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं लगाना चाहिए। यह दिशा इसके लिए सबसे नकारात्मक मानी गई है, क्योंकि ईशान दिशा का प्रतिनिधि देवगुरु बृहस्पति माना गया है और शुक्र तथा बृहस्पति में शत्रुवत संबंध होता है। इसलिए शुक्र से संबंधित यह पौधा ईशान दिशा में होने पर नुकसान होता है।
2. नसों पर डालता असर : यह भी अंधविश्वास प्रचलित है कि मनी प्लांट हमारी नसों पर प्रभाव डालता है। यदि यह उचित रूप से ऊपर की दिशा में विकसित हो रहा है तो अच्छा है अन्यथा नुकसानदायक है।
3. दूसरों का ना दें यह पौधा : कहते हैं कि कोई व्यक्ति यदि अपने घर का मनी प्लांट किसी दूसरे को उगाने के लिए दे देते हैं तो उसके घर की लक्ष्मी या बरकत चली जाती है।
4. उचित पौधे रखें उसके पास : कहते हैं कि मनी प्लांट शुक्र का पौधा है इसलिए उसके पास शुक्र के शत्रु ग्रहों का पौधा नहीं लगाना चाहिए। जैसे मंगल, चंद्र और सूर्य का पौधा।