मोर को भारतीय धर्म में बहुत ही शुभ और पवित्र पक्षी माना जाता है। यह भगवान कार्तिकेय का वाहन है। मोरपंख को श्रीकृष्ण अपने मुकुट में लगाते हैं। वास्तु में मोर पंख को घर में रखने के कई फायदे बताए जाते है। आओ जानते हैं कि मोर की 5 तरह की प्रतिमा घर में क्यों रखी जाती है।
1. चांदी की प्रतिमा : मोर की बहुत ही छोटी सी प्रतिमा को चांदी की सिंदूर की डिबिया में रखने की परंपरा है। कहते हैं कि इससे अखंड सौभाग्य रहता है। चांदी के मोर का जोड़ा घर में रखने से दांपत्य जीवन में सुख और शांति बनी रहती है। अकेला नाचता हुआ मोर रखने से धन संबंधी संकट दूर होता है और सफलता मिलती है। पूजा घर में मोर की शांतिपूर्ण मूर्ति पूजा का पुण्यफल दोगुना कर देती है। अविवाहित लोग यदि मोर के जोड़ों की प्रतिमा रखेंगे तो उनका विवाह होने की संभावना बढ़ जाती है। मोर भाग्य में वृद्धि करता है। सफलता का संदेश लाता है।
2. सजावटी मूर्ति : बाजार में मोर की बहुत ही सुंदर और सजावटी मूर्तियां मिलती हैं, जो मेटल की होती है। इन्हें घर में डाइनिंग रूम में रखने से घर की शोभा बढ़ती है और आने वाले मेहमानों पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है। वे आपके बारे में सकारात्मक सोच रखने लगते हैं।
3. मिट्टी की मूर्ति : मोर की मिट्टी की मूर्ति भी घर में रखी जा सकती है। इससे शुभ समाचार घर में आने लगते हैं।
4. लकड़ी की मूर्ति : सुंदर रंग की हुई मोर की लकड़ी की मूर्ति भी बाजार में मिलती है। इसे भी आप अपने घर में रख सकते हैं। यह घर की शांति और सुकून का प्रतीक है।
5. तांबे की मूर्ति : घर में आप तांबे की मूर्ति भी रख सकते हैं। इससे रखने से घर में सुख, शांति और सकारात्मकता बनी रहती है।