हिन्दू धर्म के तीन प्रमुख देवता हैं- ब्रह्मा, विष्णु और महेश। साधारण मानव ने तीनों को प्रकृति तत्वों में खोजने का प्रयास किया है। तीनों के ही मनुष्य ने साकार रूप गढ़ने के लिए सर्वप्रथम भगवान ब्रह्मा को शंख, शिव को शिवलिंग और भगवान विष्णु को शालिग्राम रूप में सर्वोत्तम माना है। परंतु हम यहां पर शिवलिंग और शालिग्राम की बात नहीं कर रहे हैं। आओ जानते हैं कि वास्तु के अनुसार कौनसे दो पत्थर घर में रखने से किस्मत पलट सकती है।
1. अंडाकार सफेद पत्थर : अंडाकार सफेद पत्थर घर में होना चाहिए। यह पत्थर संगमरमर या किसी ठोस सफेद पत्थर का भी हो सकता है। इसे कुछ लोग अपनी जेब में भी रखते हैं। यह गोदंती के समान होता है। कहते हैं कि इस तरह के पत्थर को रखने का चमत्कारिक लाभ मिलता है। धन और समृद्धि के रास्ते फटाफट खुलते हैं और मानसिक शांति भी बनी रहती है।
2. आत्मरत्न : समुद्र किनारे ऐसे हजारों रंग-बिरंगे पत्थर मिल जाएंगे, जो अद्भुत होंगे। ये पत्थर बहुत ही खूबसूरत होते हैं। इनमें से ही किसी भाग्यशाली को ऐसा भी पत्थर मिल सकता है, जो किस्मत को बदलने वाला हो। समुद्र में तैरने वाले पत्थर भी होते हैं। नाविक और समुद्र में ही रहने वालों के लिए ये पत्थर बहुत काम आते हैं। इस तरह के पत्थरों के कई उपयोग होते हैं। ये गोल और चिकने होते हैं। इसकी माला भी बनाई जा सकती है और इसको गृह-सज्जा के काम में भी इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि हजारों-लाखों में से कोई एक पत्थर ऐसा होता है, जो अद्भुत और चमत्कारिक हो।
हिन्दू पौराणिक ग्रंथों में एक विशेष प्रकार के रत्न का उल्लेख मिलता है, जिसे 'आत्मरत्न' कहते हैं, जो चमत्कारिक रूप से लाभ देने वाला है। यह अंडाकार होता है। इस रत्न को सोने या चांदी की अंगूठी में जड़वाकर पहनने से कोई दिव्य आत्मा हमेशा उसकी रक्षा करती है। इस रत्न की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे गौर से देखने पर इसकी लकीरें हिलती-डुलती नजर आती हैं।
विदेशों में आत्मा के आह्वान करने के लिए इस रत्न का उपयोग करते हैं। यह काले भूरे रंग का चमकीला पत्थर होता है, जो शालिग्राम जैसा दिखाई देता है। इसके पास होने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होने लगती हैं।