तिजोरी को उत्तर दिशा में रखना चाहिए या इस तरह रखें कि उसका द्वारा उत्तर की ओर खुले। धन समृद्धि बढ़े और बरकत हमेशा बरकरार रहे इसके लिए वास्तु अनुसार जानिए कि तिजोरी में कौसी 10 शुभ वस्तुएं रखना चाहिए।
1. हल्दी की गांठ : तिजोरी में हल्दी की कुछ गांठ एक पीले वस्त्र में बांधकर रखें। साथ में कुछ कोड़ियां और चांदी, तांबें आदि के सिक्के भी रखें। कुछ चावल पीले करके तिजोरी में रखें।
2. इत्र की शिशी : तिजोरी में इत्र की शिशी, चंदन की बट्टी या अगरबत्ती का पैकेट भी रख सकते हैं जिससे उसमें सुगंध बनी रहेगी।
3. नोट की गड्डी : तिजोरी में 10-10 के नोट की एक गड्डी, कुछ पीतल-तांबें के सिक्के या पीली कौड़ी रखें।
4. श्रीफल या पूजा की सुपारी : तिजोरी में एक छोटा सा श्रीफल भी रखें जिसे समय समय पर बदलते रहें या पूजा की छोटी वाली सुपारी रखें। इसे गौरी या गणेश रूप मानकर रखते हैं। इससे घर में लक्ष्मी का स्थाई निवास होता है।
5. चांदी का चौकोर टुकड़ा : लाल किताब में कुंडली के अनुसार चांदी का एक चौकोर टुकड़ा घर की तिजोरी में रखने की सलाह दी जाती है। इससे धन समृद्धि बढ़ती है।
6. दक्षिणावर्ती शंख : तिजोरी में एक अखंडित दक्षिणावर्ती शंख रखें। यह साक्षात श्रीहरि विष्णु और लक्ष्मी का प्रतीक होता है।
7. बहेड़ा की जड़ : बहेड़ा सहज सुलभ फल है। इसका पेड़ बहुत बड़ा, महुआ के पेड़ जैसा होता है। रवि-पुष्य के दिन इसकी जड़ या पत्ते लाकर उनकी पूजा करें, तत्पश्चात् इन्हें लाल वस्त्र में बांधकर भंडारगृह या तिजोरी में रख दें। यह उपाय आपकी समृद्धि बढ़ाएगा।
8. यंत्र स्थापना : ऐश्वर्य वृद्धि यंत्र या धनदा यंत्र की स्थापना करें। दोनों में से से किसी भी एक यंत्र को विधिवत रूप से पूजन करके उसे धन रखने के स्थान पर या तिजोरी में रख दें। इससे आपकी तिजोरी कभी भी खाली नहीं रहेगी और धन बढ़ता ही जाएगा।
9. काली गुंजा : धन-संपदा के लिए तिजोरी के नीचे या तिजोरी के अंदर काली गुंजा के ग्यारह दाने पवित्र करके रखें। धन रखने के स्थान पर या तिजोरी में हमेशा लाल वस्त्र बिछाएं। दूकान में तिजोरी के पास लक्ष्मी गणेश की तस्वीर लगाएं।
10. भोजपत्र : अखंडित भोजपत्र पर लाल चंदन को पानी में घोल लें और उसको इंक जैसा इस्तेमाल करते हुए मोर पंख से 'श्रीं' लिखें। अब उस भोजपत्र को तिजोरी में रख दें। कुछ ही दिनों में फायदा शुरु हो जाएगा। पैसा बढ़ता चला जाएगा।