यदि पारिवारिक जीवन में कलह है। दांपत्य जीवन में पटरी बैठ नहीं रही है तो वास्तु के अनुसार अपनाएं 10 ऐसे टिप्स जिससे परिवार में खुशी का माहौल रहे और रिश्तो में मिठास बनी रहे।
1. खुशहाल पारिवारिक फोटो : यदि आपके घर में गृहकलह बनी रहती है या वैचारिक मतभेद हैं तो आप कहीं से ऐसे चित्र लेकर आएं जिसमें हंसता-मुस्कुराता संयुक्त परिवार हो। उसे लाकर आप अपने अतिथि कक्ष में लगा दें। इसमें परिवार के सभी सदस्य होने चाहिए और उनके चेहरे प्रसन्नचित्त मुद्रा में होने चाहिए।
2. पति-पत्नी में प्यार के लिए तस्वीर : यदि पति और पत्नी में तनाव है या किसी कारणवश प्यार का संबंध स्थापित नहीं हो पा रहा है तो आप अपने शयन कक्ष में राधा-कृष्ण का एक सुंदर-सा चित्र लगा सकते हैं। यदि यह नहीं लगा सकते हैं तो हंसों के जोड़े का सुंदर-सा मन को भाने वाला चित्र लगा सकते हैं।
3. विंड चाइम : इससे घर के अंदर हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। घर में खुशियों का माहौल बना रहता है और रिश्तों में सुधार होता है। इससे घर में सुख, शांति और संपन्नता आती है। इससे वास्तु दोष मिटता है और भाग्योदय होता है। इससे घर की सुंदरता बढ़ती है।
4. घर की दीवार और पर्दों का रंग : घर में काले, कत्थई, मटमेले, जामुनी और बैंगनी रंग का इस्तेमाल न करें। चाहे फर्श, चादर, पर्दे या हो दीवारों का रंग। रंगों में सफेद, हल्का गुलाबी, आसमानी और पीले रंग का उपयोग करें।
5. मांडने और रंगोली : घर के प्रत्येक रूम के मध्य में मांडना मांडे। घर के द्वार के बाहर रंगोली बनाएं। रंगोली या मांडना हमारी प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति की समृद्धि के प्रतीक हैं। इससे घर परिवार में खुशक्ष के माहौल के साथ ही मंगल रहता है।
6. तुलसी को जल अर्पित करें : हर रोज तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं। 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें। तुलसी के पौधे की अच्छे से देखरेख करें।
7. सुगंध का करें प्रयोग : तंत्रसार के अनुसार अगर, तगर, कुष्ठ, शैलज, शर्करा, नागरमाथा, चंदन, इलाइची, तज, नखनखी, मुशीर, जटामांसी, कर्पूर, ताली, सदलन और गुग्गुल ये सोलह प्रकार के धूप माने गए हैं। इसे षोडशांग धूप कहते हैं। इनकी धूनी देने से आकस्मिक रोग, शोक, कलेश और दुर्घटना नहीं होती है। घर में प्रतिदिन रात में कपूर जलाकर सोएं।
8. नकारात्मक वस्तुएं : घर में अटाला, प्लास्टिक, हानिकारक वस्तुएं, फटे-पुराने कपड़े, अत्यधिक लोहा, जर्मन, एल्युमिनियम आदि वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करती है। इन्हें अपने घर से बाहर निकाल दें।
9. हनुमान चालीसा का करें पाठ : प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन में शांति, निर्भिकता और सयंम बना रहता है। आत्मबल बढ़ने से व्यक्ति खुश रहता है।
10. वास्तुदोष दूर करें : घर के मध्य स्थान, शौचायल और रसाईघर में यदि किसी प्रकार का वास्तुदोष हैं तो उसे दूर करें।