सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि NASA ने बारिश करने वाले बादल बनाने की मशीन विकसित की है जिसकी मदद से बारिश करवाई जा सकती है। वायरल वीडियो में एक बड़ी-सी मशीन सफेद धुआं छोड़ती हुई दिखाई देती है। वो धुआं दिखने में बादल की तरह है। फिर एक एंकर बताता है कि इस धुएं के आसमान में जाने के बाद बारिश होगी और वीडियो के अंत में इन्हीं ‘बादलों’ से बारिश होती हुई भी दिखती है।
ट्विटर यूजर जयश्री विजयन ने इस वीडियो को 26 जून को शेयर किया था जिसे बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी रीट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- ‘क्या एक भारत में भी मिल सकता है। मेरा मतलब है अभी.. इसी वक्त.. प्लीज’।
बिग बी के रीट्वीट के बाद अन्य यूजर्स ने भी इसे शेयर किया है।
सच क्या है?
वायरल वीडियो नासा के स्टेनिस स्पेस सेंटर, मिसिसिप्पी में टेस्ट किए गए दो अलग-अलग टेस्टिंग वीडियो को जोड़कर बनाया गया है।
वीडियो के शुरुआती कुछ सेकंड में 2017 को हुए RS-25 इंजन के परीक्षण की क्लिप है। नासा ने अक्टूबर 2017 में मिसिसिप्पी के स्टेनिस स्पेस सेंटर में रॉकेट RS-25 के इंजन का परीक्षण किया था। नासा के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 20 अक्टूबर 2017 को इस टेस्टिंग का वीडियो अपलोड किया गया है। देखें वीडियो-
वहीं, वायरल वीडियो का बाकी का हिस्सा 2001 में प्रसारित हुए बीबीसी के शो ‘टॉप गियर’ के एक एपिसोड से लिया गया है। वीडियो में दिखाई दे रहे एंकर मशहूर पत्रकार जेरेमी क्लार्कसन है। फुटेज में RS-68 इंजन का परीक्षण देखा जा सकता है। टॉप गियर के यूट्यूब चैनल पर 29 अक्टूबर 2010 को इसका वीडियो शेयर किया गया है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि नासा ने कृत्रिम बादल का निर्माण करने वाली कोई मशीन नहीं बनाई है। वायरल वीडियो भ्रामक है।