केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर से धारा 370 हटाने के फैसले के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे हो रहे हैं। एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो के जरिये यह दावा किया जा रहा है कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीर के मुसलमानों पर अत्याचार शुरू हो गया है।
फेसबुक यूजर Azam Ahmed ने 6 अगस्त को एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कई औरतें फूट-फूट कर रो रही हैं और कुछ लोग किसी शख्स का जनाजा लेकर जा रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है- “जम्मू कश्मीर में मुसलमानों का ऊपर जुल्म सितम हो रहा है पूरा वीडियो देखें...”। इस वीडियो को अब तक 19 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं।
क्या है सच-
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो का InVidtool की मदद से स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें BenarNews वेबसाइट की एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें एक तस्वीर लगी थी, जो वीडियो से हूबहू मिलती है। जब हमने खबर में लगी तस्वीर की तुलना वीडियो के स्क्रीनशॉट से की, तो हमने दोनों तस्वीरें को एक ही मौके का पाया। इन तस्वीरों को आप नीचे देख सकते हैं-
BenarNews में जो तस्वीर लगी थी, उसका कैप्शन था- “दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में पुलिसकर्मी फारूक अहमद याटू की शवयात्रा, 26 फरवरी, 2018”।
फिर हमने इंटरनेट पर ‘Farooq Ahmad Yatoo ’ कीवर्ड से ढूंढा, तो हमें कई मीडिया हाउस की न्यूज रिपोर्ट मिलीं। इन न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, 25 फरवरी 2018 की शाम को आतंकवादियों ने श्रीनगर के सौरा इलाके में एक हुर्रियत नेता की सुरक्षा में तैनात फारूक को गोली मार दी थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। हमलावरों ने मौके से भागने से पहले फारूक की सर्विस राइफल भी छीन ली थी। फारूक की शवयात्रा में सैकड़ों स्थानीय लोगों और उनके रिश्तेदारों ने शिरकत की थी।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि वायरल वीडियो पर किया गया दावा - धारा 370 हटने के बाद कश्मीर के मुसलमानों पर अत्याचार शुरू हो गया है - गलत है।